कोलकाता। वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के बाद भड़की हिंसा से सुलगते मुर्शिदाबाद की ओर राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस शुक्रवार सुबह रवाना हो गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आग्रह के बावजूद राज्यपाल ने अपनी यात्रा को टालने से इनकार कर दिया, और स्थिति का ज़मीनी जायज़ा लेने का निर्णय लिया।
सुबह 9 बजे सियालदह स्टेशन से ट्रेन के जरिए रवाना हुए राज्यपाल शुक्रवार रात मालदा सर्किट हाउस में रुकेंगे और शनिवार को मुर्शिदाबाद के संवेदनशील क्षेत्रों – शमशेरगंज, धुलियान, सुत्ती और फरक्का – का दौरा करेंगे। ये वही इलाके हैं जहां विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा ने विकराल रूप ले लिया था, जिसमें अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है। राज्यपाल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे। राजभवन सूत्रों के मुताबिक, वे शनिवार रात को ही कोलकाता लौट सकते हैं।
इधर, राष्ट्रीय महिला आयोग भी सक्रिय हो गया है। आयोग की एक टीम शुक्रवार को मालदा पहुंची और उन महिलाओं से मुलाकात शुरू कर दी जिन्हें हिंसा के चलते अपने घर छोड़ने पड़े हैं। टीम शिविरों का निरीक्षण कर रही है और राहत व्यवस्था का आकलन कर रही है।
इस बीच, राज्य सरकार ने हालात को नियंत्रण में लाने के लिए 20 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। वहीं, कलकत्ता हाई कोर्ट ने विस्थापितों की घर वापसी सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष समिति गठित करने का निर्देश दिया है। प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय बलों की तैनाती भी कर दी गई है।
हिंसा के साये में तनावग्रस्त इलाकों में अब एक बार फिर उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है, जहां राज्यपाल और आयोग दोनों की सक्रियता से स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।