सीबीआई ने आआपा नेता दुर्गेश पाठक के घर पर मारा छापा, राजनीतिक हलचल तेज

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आज आम आदमी पार्टी (आआपा) के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक के दिल्ली स्थित आवास पर छापेमारी की। यह छापेमारी विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) से जुड़े एक मामले में की गई। सीबीआई ने एक दिन पहले ही इस मामले में FIR दर्ज की थी।

राजेंद्र नगर से आआपा के विधायक रहे दुर्गेश पाठक, जो हाल ही में गुजरात में पार्टी के सह-प्रभारी बनाए गए हैं, इससे पहले आबकारी घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूछताछ किए जा चुके हैं।

आआपा ने सीबीआई की इस कार्रवाई को गुजरात में पार्टी की बढ़ती राजनीतिक ताकत से जोड़ते हुए इसे धमकाने की कोशिश बताया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज और दुर्गेश पाठक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि यह छापेमारी गुजरात में आआपा की बढ़ती ताकत से डरकर की गई है।

दुर्गेश पाठक ने मीडिया से कहा, “सीबीआई की टीम आज सुबह मेरे घर आई, हर कोने को खंगाला, लेकिन कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने मुझे यह तक नहीं बताया कि वे किस मामले में जांच कर रहे हैं।” पाठक ने यह भी कहा कि वे पूरी तरह से जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करेंगे और किसी भी तरह के गलत काम में लिप्त नहीं हैं।

वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने इस कार्रवाई को पार्टी के चंदे में गड़बड़ी के आरोपों से जोड़ा है। भाजपा ने आरोप लगाया कि दुर्गेश पाठक ने आआपा के चंदे का दुरुपयोग किया है। भाजपा का कहना है कि सीबीआई अपनी जांच पूरी कर रही है, और इसमें किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

छापेमारी ने दिल्ली और गुजरात की राजनीति में नए विवाद को जन्म दिया है, जो आने वाले समय में और तूल पकड़ सकता है।

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AMIT SHAH

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