मुर्शिदाबाद में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति सामान्य हो रही है

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध के दौरान हुई हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। प्रशासन और सुरक्षा बल लगातार क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं ताकि किसी भी नई घटना को रोका जा सके।

जंगीपुर, धुलियान, सूती और शमशेरगंज जैसे संवेदनशील इलाकों में बीएसएफ, सीआरपीएफ, राज्य सशस्त्र पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है। अधिकारियों के अनुसार, पिछले 48 घंटों से इन क्षेत्रों में कोई नई हिंसक घटना नहीं हुई है।

राज्य पुलिस के मुताबिक, मुर्शिदाबाद में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। बंद दुकानों को फिर से खोला जा रहा है और हिंसा के दौरान घर छोड़ने वाले लोग अब अपने घर वापस लौटने लगे हैं।

जंगीपुर से तृणमूल सांसद खलीलुर रहमान ने कहा, “जो लोग हिंसा के दौरान अपने घरों को छोड़ गए थे, वे अब लौट रहे हैं और सभी प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य हो रहा है। राज्य सरकार पीड़ितों की मदद भी कर रही है।” उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें ताकि स्थिति फिर से बिगड़े नहीं।

रहमान ने यह भी बताया कि जिला प्रशासन उन लोगों की सूची बना रहा है, जिन्हें उनके संपत्ति के नुकसान के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा।

गौरतलब है कि शुक्रवार और शनिवार को मुर्शिदाबाद के सूती, धुलियान और जंगीपुर में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ बड़े विरोध-प्रदर्शन हुए थे, जो बाद में हिंसक झड़पों में बदल गए। पुलिस के अनुसार, इन घटनाओं में कम से कम तीन लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल हुए। अब तक कुल 210 लोगों को इस हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।

भू-बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की परंपरा बेहद विशेष है।

बुलढाणा जिले में दो वाहनों की भिड़ंत में चार लोगों की मौत, 15 घायल