हिसार एयरपोर्ट ने लोगों की उम्मीदों को दिया उड़ान, श्रीराम की नगरी से जुड़ी श्रीकृष्ण की भूमि

नई दिल्ली। हिसार के महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट ने सोमवार को श्रीकृष्ण की भूमि और श्रीराम की नगरी को जोड़ने वाली पहली व्यावसायिक उड़ान को हरी झंडी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और हरियाणा के लोगों को उनके क्षेत्रीय गौरव की याद दिलाते हुए कहा कि अब हवाई यात्रा करने वाले लोग भी हवाई चप्पल पहनकर सफर कर सकते हैं।

इस एयरपोर्ट से आसपास के गांवों के लोगों की उम्मीदें भी जगी हैं। वर्षों से एयरपोर्ट का इंतजार कर रहे इन लोगों के सपने अब सच होते हुए दिख रहे हैं। जब प्रधानमंत्री मोदी ने इस एयरपोर्ट से अयोध्या के लिए पहली उड़ान को रवाना किया, तो वहां मौजूद लोग प्रधानमंत्री के संकल्पों से प्रेरित होकर उत्साहित थे। कई लोग इस ऐतिहासिक घटना का गवाह बनने के लिए दूर-दूर से पहुंचे थे। खासकर महिलाएं, जो प्रधानमंत्री मोदी को एक झलक पाने के लिए मीलों दूर से आईं थीं। एयरपोर्ट के पास के गांवों के लोग, जैसे तलवंडी, रायपुर, मिर्जापुर और डांसू के लोग, खासतौर पर आशावान दिखे, क्योंकि यहां एयरपोर्ट के शुरू होने से उनके युवाओं को रोजगार और नौकरी के नए अवसर मिलेंगे।

पार्टीगांव की पूजा बताती हैं कि ग्रेजुएशन के बाद उन्हें नौकरी के लिए दूर-दूर जाना पड़ता था, लेकिन एयरपोर्ट के शुरू होने से अब उन्हें अपने ही क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिलेंगे। अगर एयरलाइंस यहाँ भर्ती करती है, तो उन्हें फ्रंट ऑफिस में काम करने का मौका मिल सकता है।

मिर्जापुर से आई नंदनी ने बताया कि पहले उन्हें हवाई यात्रा के लिए दिल्ली या चंडीगढ़ जाना पड़ता था, लेकिन अब एयरपोर्ट के खुलने से उनका सफर आसान हो जाएगा, समय और पैसे की बचत होगी। साथ ही, जब इस एयरपोर्ट के माध्यम से अन्य शहरों से कनेक्टिविटी बढ़ेगी, तो यात्रा और भी सुविधाजनक हो जाएगी। रायपुर गांव की मुकेश देवी का कहना है कि एयरपोर्ट उनके बच्चों के लिए नौकरी की संभावनाओं के साथ-साथ व्यापारियों के लिए भी कई नए अवसर लेकर आया है।

कुछ महिला कर्मचारी भी प्रधानमंत्री से मिलने की उम्मीद लेकर आईं थीं, लेकिन उनकी यह उम्मीद पूरी नहीं हो पाई। सफाई कर्मचारी पूजा ने कहा कि उन्हें कई सालों से नौकरी की स्थिरता की उम्मीद थी, लेकिन इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई। वे आशा करती हैं कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे को सुनेंगे।

यह एयरपोर्ट 7,200 एकड़ भूमि पर बनाया जा रहा है, और इसे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसे तीन चरणों में पूरा किया जाएगा, और हरियाणा सरकार तथा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच एमओयू हो चुका है। यहां एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी बनाए जाने के साथ-साथ होटल इंडस्ट्री, ट्रांसपोर्ट और आईटी इंडस्ट्री भी विकसित की जाएगी, जिससे क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियां और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस एयरपोर्ट से राजस्थान और पंजाब के लोग भी लाभान्वित होंगे, और सरकार का दावा है कि इससे एक लाख से ज्यादा रोजगार सृजित होंगे।

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