नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर के साथ किस तरह का व्यवहार किया था। उन्हें बार-बार अपमानित किया गया, दो बार चुनावों में हराया गया और उन्हें व्यवस्था से बाहर रखने के लिए षड्यंत्र रचे गए। यहां तक कि उनके निधन के बाद भी उनकी विरासत को मिटाने की कोशिश की गई। यह बात प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा के हिसार में एक जनसभा में कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए कही।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बाबा साहेब ने देश को समानता की दिशा दिखाई, लेकिन कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति को बढ़ावा दिया। उन्होंने वक्फ कानून का भी जिक्र करते हुए उसे कांग्रेस की नीतियों का एक उदाहरण बताया। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कुछ कट्टरपंथियों को खुश करने के लिए बाकी समाज को गरीब, अशिक्षित और उपेक्षित रखा। उन्होंने बताया कि नए वक्फ कानून में यह सुनिश्चित किया गया है कि आदिवासी जमीन को अब वक्फ बोर्ड छू भी नहीं पाएगा, और इसमें वक्फ की पवित्र भावना का सम्मान किया जाएगा। इसके साथ ही मुस्लिम समाज के गरीब, पसमांदा परिवारों, महिलाओं, विद्वानों और बच्चों को उनका हक मिलेगा, जो असल में सामाजिक न्याय है।
प्रधानमंत्री ने हिसार में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल बिल्डिंग की आधारशिला रखी और अयोध्या के लिए सीधी उड़ान सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि आज यह गर्व का विषय है कि भाजपा हरियाणा और भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में गंभीरता से काम कर रही है। डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर प्रधानमंत्री ने उन्हें याद करते हुए कहा कि उनका जीवन संघर्ष और संदेश भाजपा सरकार की यात्रा का प्रेरणा स्तंभ बना है और हर फैसला बाबा साहेब के आदर्शों पर आधारित है।
हिसार से अयोध्या के लिए सीधी उड़ान सेवा की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब कृष्ण की पावन भूमि सीधे प्रभु राम की नगरी से जुड़ गई है, और जल्द ही अन्य शहरों के लिए भी उड़ान सेवाएं शुरू की जाएंगी। प्रधानमंत्री ने एक बार फिर अपने ‘हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज में उड़ेगा’ वाले वादे को दोहराया।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कांग्रेस पर एससी, एसटी और ओबीसी के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया और कहा कि पहले ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 100 में से 16 परिवारों को पेयजल की सुविधा मिल पाई थी, लेकिन पिछले 6-7 वर्षों में किए गए प्रयासों से यह आंकड़ा 80 तक पहुंच चुका है। उनका लक्ष्य इसे 100 तक पहुंचाना है। उन्होंने कर्नाटक में मुसलमानों को आरक्षण दिए जाने के मुद्दे पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि यह डॉ. आंबेडकर के विचारों के खिलाफ है, जिन्होंने धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे।
