नई दिल्ली। पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान घरेलू शेयर बाजार में हुई उतार-चढ़ाव के परिणामस्वरूप देश की टॉप 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से पांच के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में 84,000 करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि देखी गई। सबसे ज्यादा बढ़त हिंदुस्तान यूनिलीवर में रही। वहीं, टॉप 10 कंपनियों के बाकी पांच में 70,000 करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट आई, जिसमें टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को सबसे बड़ा नुकसान हुआ।
इस सप्ताह के दौरान हिंदुस्तान यूनिलीवर, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, और आईटीसी के मार्केट कैप में मिलाकर 84,559.01 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई, जबकि टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, और इंफोसिस के मार्केट कैप में कुल 70,757.33 करोड़ रुपये की कमी आई।
7 से 11 अप्रैल के बीच हुई ट्रेडिंग के दौरान, हिंदुस्तान यूनिलीवर का मार्केट कैप 28,700.26 करोड़ रुपये बढ़कर 5,56,054.27 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 19,757.27 करोड़ रुपये बढ़कर 16,50,002.23 करोड़ रुपये हो गया। आईटीसी का मार्केट कैप 15,329.79 करोड़ रुपये बढ़कर 5,27,845.57 करोड़ रुपये तक पहुंचा, और बजाज फाइनेंस का मार्केट कैप 12,760.23 करोड़ रुपये बढ़कर 5,53,348.28 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। भारती एयरटेल का मार्केट कैप भी 8,011.46 करोड़ रुपये बढ़कर 10,02,030.97 करोड़ रुपये हो गया।
इसके विपरीत, टीसीएस का मार्केट कैप 24,295.46 करोड़ रुपये घटकर 11,69,474.43 करोड़ रुपये रह गया, और इंफोसिस का मार्केट कैप 17,319.11 करोड़ रुपये घटकर 5,85,859.34 करोड़ रुपये हो गया। एसबीआई का मार्केट कैप 12,271.36 करोड़ रुपये गिरकर 6,72,960.97 करोड़ रुपये पर, आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट कैप 8,913.09 करोड़ रुपये घटकर 9,34,351.86 करोड़ रुपये पर, और एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप 7,958.31 करोड़ रुपये गिरकर 13,82,450.37 करोड़ रुपये हो गया।
मार्केट कैप के हिसाब से, रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे बड़ी कंपनी रही, जिसका कुल बाजार पूंजीकरण 16,50,002.23 करोड़ रुपये था। इसके बाद एचडीएफसी बैंक (13,82,450.37 करोड़ रुपये), टीसीएस (11,69,474.43 करोड़ रुपये), भारती एयरटेल (10,02,030.97 करोड़ रुपये), आईसीआईसीआई बैंक (9,34,351.86 करोड़ रुपये), एसबीआई (6,72,960.97 करोड़ रुपये), इंफोसिस (5,85,859.34 करोड़ रुपये), हिंदुस्तान यूनिलीवर (5,56,054.27 करोड़ रुपये), बजाज फाइनेंस (5,53,348.28 करोड़ रुपये), और आईटीसी (5,27,845.57 करोड़ रुपये) का नाम टॉप 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में शामिल रहा।