भोपाल। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में रविवार को राजधानी भोपाल के रवींद्र भवन में राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश राज्य सहकारी दुग्ध संघ और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के बीच प्रदेश में दूध उत्पादन और प्रसंस्करण को बढ़ावा देने के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। साथ ही, मध्य प्रदेश के छह दुग्ध संघों और एनडीडीबी के बीच छह अलग-अलग एमओयू भी किए गए। कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री लखन पटेल, और एनडीडीबी के अधिकारी भी उपस्थित थे।
एनडीडीबी के चेयरमैन मीनेश शाह ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नेतृत्व में राज्य में सहकारिता का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले साल जुलाई में राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश डेयरी फेडरेशन और एनडीडीबी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके बाद एक विस्तृत कार्य योजना बनाई गई थी।
मीनेश शाह ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से दुग्ध उत्पादकों की आय बढ़ाने के लिए सहकारिता के माध्यम से उन्हें बाजार तक पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि दुग्ध सहकारी समितियों के गठन, किसानों को प्रशिक्षण, और दुग्ध प्रसंस्करण में सुधार की दिशा में कई कदम उठाए जाएंगे।
विश्वास सारंग ने इस मौके पर कहा कि आज का दिन श्वेत क्रांति के लिए ऐतिहासिक साबित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में नई क्रांति के साथ-साथ किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री लखन पटेल ने बताया कि एनडीडीबी के साथ हुए एमओयू के बाद राज्य में दुग्ध उत्पादन और कलेक्शन में वृद्धि होगी। साथ ही, गौ माता के समाधान के लिए स्वावलंबी गौशालाएं बनाने का निर्णय लिया गया है।
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री अमित शाह का भोपाल पहुंचने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनका स्वागत किया। बाद में, उन्होंने मुख्यमंत्री निवास में मंत्रियों के साथ लंच किया, और फिर रवींद्र भवन में कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां उन्हें अयोध्या मंदिर के राम की मूर्ति भेंट की गई।