पटना। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पटना में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज के भारत में दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, अति पिछड़े और महिलाएं दोयम दर्जे का जीवन जीने को मजबूर हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस इन वंचित वर्गों की आवाज़ बनेगी और उनके हक की लड़ाई लड़ेगी।
राहुल गांधी ने बिहार प्रदेश कांग्रेस को निर्देश दिया है कि वे गरीबों और दलितों का नेतृत्व करें और उन्हें आगे बढ़ाने का काम करें। उन्होंने कहा कि बिहार की मौजूदा बीजेपी-जेडीयू सरकार अमीरों की राजनीति चला रही है, जिसमें अंबानी और अडाणी जैसे उद्योगपतियों का वर्चस्व है। राहुल ने कहा, “हम इस पूंजीवादी राजनीति को हराने के लिए संकल्पबद्ध हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि ऐतिहासिक रूप से बिहार ने देश को राजनीतिक दिशा दी है। “अंग्रेजों के खिलाफ जब आंदोलन हुआ, तब बिहार की जनता सबसे आगे थी। आज भी हम संविधान की रक्षा को अपनी प्राथमिकता मानते हैं।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का ‘400 पार’ का दावा इंडिया गठबंधन के कारण कमजोर पड़ा है और अब जनता ने यह दिखा दिया है कि संविधान को बचाने की ताकत उनके पास है। “जहां मेरी ज़रूरत होगी, मैं वहां रहूंगा। आपकी लड़ाई ही मेरी लड़ाई है।”
इससे पहले राहुल गांधी “पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा” के तहत बेगूसराय के सुभाष चौक पहुंचे और वहां से हर हर महादेव चौक तक पदयात्रा में शामिल हुए। इस यात्रा का नेतृत्व कन्हैया कुमार ने किया और रास्ते भर जनता ने उनका जोशीला स्वागत किया।
कार्यक्रम का आयोजन नमक सत्याग्रह आंदोलन की 95वीं वर्षगांठ पर किया गया था, जिसमें शहीद बुद्धु नोनिया और प्रजापति रामचंद्र विद्यार्थी के योगदान को याद किया गया। इसके साथ ही, वर्तमान में अति पिछड़ा समाज और संविधान की स्थिति पर भी चर्चा हुई।