दंगा करने की कोशिश की तो दंगाई की संपत्ति गरीबों में बांट दी जाएगी: योगी आदित्यनाथ

बरेली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले आठ सालों में बरेली सहित राज्य के किसी भी हिस्से में दंगे नहीं हुए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी ने दंगा करने की कोशिश की, तो उसकी संपत्ति जब्त कर उसे गरीबों में बांट दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार ने गोवंश को लावारिस छोड़ दिया था, और उनके नेता कहते थे कि गोबर से दुर्गंध आती है। यह उनकी असलियत है, क्योंकि वे गौमाता को कसाइयों के हवाले करते थे। उन्होंने बताया कि हमनें कसाइयों को उनके कृत्यों का सबक सिखाया, जिससे सपा को परेशानी हुई।

यह बयान मुख्यमंत्री ने बरेली में मंगलवार को स्कूल चलो अभियान और संचारी रोग नियंत्रण अभियान के शुभारंभ के अवसर पर दिया। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने बरेली में 932 करोड़ रुपये की 132 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने प्रदेशभर में 2500 नई एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि गो-तस्करों और कसाइयों के साथ जिनके रिश्ते थे, वे गौमाता की सेवा क्या जानेंगे। उन्हें गोबर में भी दुर्गंध ही नजर आती है। उन्होंने यह भी कहा कि 2017 से पहले बरेली में हर साल पांच से सात दंगे होते थे, लेकिन अब बरेली में शांति है।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए 108 एंबुलेंस सेवा का रिस्पांस टाइम 17 से 19 मिनट से घटाकर अब 7 मिनट से कम कर दिया है। साथ ही, संचारी रोगों जैसे इन्सेफलाइटिस, डेंगू, मलेरिया, और चिकनगुनिया से निपटने के लिए चलाए जा रहे अभियान की भी जानकारी दी। इस अवसर पर लाभार्थियों को प्रमाण पत्र, टूलकिट और आर्थिक सहायता के चेक भी वितरित किए गए।

योगी ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए 1.25 लाख से अधिक शिक्षकों की भर्ती की बात कही। उन्होंने बताया कि अब स्कूलों को इंटीग्रेटेड स्कूल कॉम्प्लेक्स के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके अलावा, प्रदेश में 16 अटल आवासीय विद्यालय शुरू किए गए हैं, जो श्रमिकों के बच्चों के लिए मॉडल स्कूल के रूप में कार्य करेंगे। 2017 से पहले सरकारी स्कूलों की स्थिति खराब थी, लेकिन अब 1.91 करोड़ छात्रों के बैंक खातों में 1200 रुपये भेजे जा रहे हैं और उन्हें दो यूनिफॉर्म तथा संपूर्ण ड्रेस दी जा रही है।

इस दौरान कई प्रमुख नेताओं और अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिनमें कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह, वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार, बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, विधायक डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, और अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल थे।

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