वाशिंगटन। हैवीवेट बॉक्सिंग के दिग्गज और ग्रिलिंग उद्योग में मशहूर जॉर्ज फोरमैन का 76 वर्ष की उम्र में शुक्रवार को निधन हो गया। 45 वर्ष की उम्र में दोबारा विश्व चैंपियन बनकर उन्होंने असंभव को संभव कर दिखाया। उनके परिवार ने इंस्टाग्राम पर उनके निधन की पुष्टि की, हालांकि मृत्यु का कारण साझा नहीं किया गया।
शानदार करियर और ऐतिहासिक उपलब्धियां
द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, 10 साल बाद जब फोरमैन ने रिंग में वापसी की, तो संदेह था कि उनकी उम्र के फाइटर युवा खिलाड़ियों को हरा सकते हैं। लेकिन 1994 में उन्होंने अपराजित माने जाने वाले माइकल मूरर को हराकर वर्ल्ड टाइटल जीत लिया। लास एंजेलेस टाइम्स के मुताबिक, उन्होंने ऐतिहासिक “रंबल इन द जंगल” मुकाबले में मोहम्मद अली का सामना किया था।
फोरमैन ने 81 मुकाबलों में से 76 में जीत दर्ज की, जिनमें 68 नॉकआउट जीतें शामिल हैं। उनके व्यावसायिक कौशल ने उन्हें “जॉर्ज लीन मीन ग्रिल” का चेहरा बना दिया, जिससे एक पूरी पीढ़ी उन्हें टेलीविजन ग्रिलिंग उत्पादों के लिए पहचानने लगी।
व्यक्तिगत जीवन और संघर्ष
फोरमैन ने पांच बार शादी की और उनके 12 बच्चे थे। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने अपने सभी पांच बेटों का नाम “जॉर्ज एडवर्ड फोरमैन” रखा। अपने फैसले के पीछे उन्होंने कहा था, “अगर हममें से कोई ऊपर जाएगा, तो हम सब ऊपर जाएंगे, और अगर कोई नीचे जाएगा, तो हम सब साथ नीचे जाएंगे।”
उनका बचपन गरीबी में बीता। स्कूल में उन्हें मेयोनेज़ सैंडविच खाना पड़ता था, और जीविका के लिए वह चोरी व लूटपाट में भी शामिल रहे। उन्होंने एक बार कहा था कि उनका सपना जेल जाना और अपने गृहनगर ह्यूस्टन में सबसे खतरनाक गिरोह बनाना था।
बॉक्सिंग में सफर और यादगार मुकाबले
बड़े होने पर उन्होंने बॉक्सिंग में रुचि ली और प्रशिक्षण के लिए बे एरिया चले गए। 1968 के मैक्सिको सिटी ओलंपिक में उन्होंने हेवीवेट वर्ग में स्वर्ण पदक जीता।
1973 में किंग्स्टन, जमैका में उन्होंने चैंपियन जो फ्रेजियर को हराकर हैवीवेट टाइटल जीता। बाद में, वह मोहम्मद अली से भिड़े, जिन्होंने 1974 में वापसी कर उन्हें हराया।
विवाद और अंतिम वर्ष
2022 में फोरमैन पर दो महिलाओं ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे, हालांकि वह हमेशा इन आरोपों से इनकार करते रहे। अपने अंतिम वर्षों में वह टेक्सास के हफमैन में अपनी पत्नी मैरी के साथ 45 एकड़ के विशाल फार्महाउस में रहते थे, जहां उनके पास घोड़े, मवेशी, टेनिस और बास्केटबॉल कोर्ट के साथ-साथ 38 कारों का एक बड़ा गैरेज भी था।
जॉर्ज फोरमैन न सिर्फ एक महान बॉक्सर थे बल्कि प्रेरणा और जीवटता की मिसाल भी थे। उनका जीवन संघर्ष, सफलता और इतिहास रचने की कहानी कहता है।