नई दिल्ली। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय 8 से 22 अप्रैल तक 7वें पोषण पखवाड़े का आयोजन करेगा, जो इस बार विशेष रूप से कुपोषण के प्रबंधन और बच्चों में मोटापे की रोकथाम पर केंद्रित रहेगा। मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी एक बयान के अनुसार, इस वर्ष की पहल चार प्रमुख विषयों पर आधारित होगी: जीवन के पहले 1000 दिनों पर फोकस, पोषण ट्रैकर के लाभार्थी/नागरिक मॉड्यूल को लोकप्रिय बनाना, सीएमएएम (CMAM) के जरिए कुपोषण का प्रबंधन, और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना।
बयान में यह भी बताया गया कि यह पोषण पखवाड़ा सामग्री, वितरण, जनसंपर्क और परिणामों को बेहतर बनाने में मदद करेगा। यह अभियान मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य बीमारियों, कुपोषण के खिलाफ स्वास्थ्य, कल्याण और प्रतिरक्षा को मजबूत करना है।
पोषण पखवाड़े के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर वेबकास्ट के माध्यम से 18 साझेदार मंत्रालयों, राज्य महिला एवं बाल विकास विभागों के अधिकारियों और देशभर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगी।