लाहौर। पाकिस्तान की प्रमुख धार्मिक और राजनीतिक संगठन मरकजी जमीयत अहले हदीस को नया नेतृत्व मिल गया है। हाफिज अब्दुल करीम को संगठन का अमीर चुना गया है। खास बात यह रही कि इस पद के लिए उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरा, जिससे उन्हें निर्विरोध चुना गया।
चुनाव बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. अब्दुल गफूर राशिद ने रविवार को इसकी घोषणा करते हुए बताया कि हाफिज अब्दुल करीम को संगठन का अगला अमीर घोषित किया गया है।
यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब संगठन के पूर्व अमीर, सीनेटर प्रोफेसर साजिद मीर का 3 मई को 87 वर्ष की उम्र में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।
हाफिज करीम को बधाई देने वालों में जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान के उप अमीर लियाकत बलूच भी शामिल हैं, जिन्होंने उन्हें फोन कर शुभकामनाएं दीं।
गौरतलब है कि मरकजी जमीयत अहले हदीस पाकिस्तान की स्थापना 1947 में मौलाना दाऊद गजनवी और मोहम्मद इब्राहिम मीर सियालकोटी ने की थी। बाद में 1986 में एहसान इलाही जहीर ने इसे एक राजनीतिक दल के रूप में सक्रिय किया। यह संगठन अहल-ए-हदीस विचारधारा का प्रतिनिधित्व करता है, जो इस्लाम में हदीस (पैगंबर मोहम्मद के कथन और कार्यों) को सर्वोपरि मानता है।
