चेन्नई। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि हम अपने अधिकारों, अस्तित्व और संविधान की रक्षा के लिए एक साथ खड़े हैं। उन्होंने यह बात शनिवार को चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत के दौरान कही।
शिवकुमार ने स्पष्ट किया कि वे संसदीय सीटों में किसी भी प्रकार की कटौती स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “दक्षिणी राज्य देश के विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। हम शिक्षा, आर्थिक विकास और कर योगदान जैसे क्षेत्रों में आगे हैं और इसे कम नहीं होने देंगे।”
उन्होंने यह भी कहा, “हम एकजुटता में विश्वास रखते हैं—एक साथ आना शुरुआत है, एक साथ रहकर सोचना प्रगति है, और एक साथ काम करना सफलता है। स्टालिन के नेतृत्व में दक्षिणी राज्य और पंजाब इस मुद्दे पर साथ हैं, और हम अपने अधिकारों से समझौता नहीं करेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी 2002 में 84वें संविधान संशोधन के माध्यम से इस विषय को उठाया था।”
निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन के मुद्दे पर उन्होंने कहा, “हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और अपनी सीटों की संख्या कम नहीं होने देंगे। यह लड़ाई केवल हमारे लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए है। मीडिया को भी इस बात को समझना चाहिए।”
“भाजपा के विरोध से डरने की जरूरत नहीं”
भाजपा के काले झंडे दिखाने के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवकुमार ने कहा, “हमें इससे कोई डर नहीं है। जब उन्होंने मुझे तिहाड़ जेल भेजा था, तब भी मैं नहीं डरा। भाजपा अध्यक्ष (अन्नामलाई) हमारे राज्य में काम कर चुके हैं और वे हमारी ताकत से भली-भांति परिचित हैं।”