नई दिल्ली। भारत का खजाना लगातार भारी हो रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ताज़ा साप्ताहिक रिपोर्ट के मुताबिक, देश का स्वर्ण भंडार बीते सप्ताह 34.2 करोड़ डॉलर की बढ़त के साथ 84.846 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इसके साथ ही देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 699.736 अरब डॉलर पर दर्ज किया गया है, जो एक सशक्त अर्थव्यवस्था का संकेत देता है।
केवल सोना ही नहीं, भारत के अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास विशेष आहरण अधिकार (SDR) भी 3.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.868 अरब डॉलर हो गए हैं। वहीं, IMF में भारत का आरक्षित भंडार 10.7 करोड़ डॉलर की बढ़त के साथ 4.735 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
यह उछाल उस समय आया है जब देश और वैश्विक बाज़ारों में सर्राफा की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। शुक्रवार को देश में सोना-चांदी दोनों ने नया रिकॉर्ड बना डाला। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत 465 रुपए की उछाल के साथ 97,511 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जबकि चांदी ने इतिहास रचते हुए 2,356 रुपए की छलांग के साथ 1,10,290 रुपए प्रति किलो का नया ऑल-टाइम हाई बना दिया।
22 कैरेट सोना 89,320 रुपए और 18 कैरेट सोना 73,133 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर दर्ज हुआ। इससे पहले 18 जून को चांदी का ऑल टाइम हाई 1,09,550 रुपए प्रति किलो था, जिसे अब पीछे छोड़ दिया गया है।
दुनिया भर में चमक रहा है सोना-चांदी
वैश्विक बाज़ार में भी कीमती धातुओं की कीमतों में तेज़ी देखी गई। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना 1.01% की तेजी के साथ 3,358 डॉलर प्रति औंस और चांदी 2.92% उछलकर 38.40 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
क्यों हो रही है कीमती धातुओं की मांग?
विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, व्यापारिक तनाव और भू-राजनीतिक जोखिमों के चलते निवेशक एक बार फिर सोने जैसी सुरक्षित संपत्तियों की ओर रुख कर रहे हैं। यही वजह है कि सोने-चांदी की चमक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मोर्चों पर बनी हुई है।