नई दिल्ली। अरब सागर के बीचोंबीच सोमवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कोच्चि के पास समुद्र में एक सिंगापुर के ध्वज वाले कंटेनर पोत ‘वान हाई 503’ में जोरदार विस्फोट के बाद आग भड़क उठी। श्रीलंका के कोलंबो बंदरगाह से मुंबई के न्हावा शेवा की ओर जा रहे इस जहाज पर कुल 22 सदस्य सवार थे। हादसे के बाद भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए 18 क्रू मेंबर्स को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन 4 सदस्य अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश युद्धस्तर पर जारी है।
यह हादसा सुबह करीब 9:30 बजे कोच्चि के बेपोर तट से 88 समुद्री मील दूर हुआ, जब जहाज के डेक के नीचे अचानक विस्फोट हुआ और देखते ही देखते कंटेनरों में आग लग गई। इसके बाद पूरे जहाज पर अफरा-तफरी मच गई और कई क्रू मेंबर जान बचाने के लिए लाइफ राफ्ट का सहारा लेकर समुद्र में कूद पड़े।
भारतीय तटरक्षक के तीन बड़े जहाज—ICGS राजदूत (न्यू मंगलौर से), अर्नवेश (कोच्चि से) और सचेत (अगत्ती से)—तत्काल मौके की ओर रवाना किए गए। इसके साथ ही आईसीजी का डोर्नियर विमान भी राहत व निगरानी कार्यों के लिए आकाश से तैनात किया गया है।
मुंबई स्थित ICG समुद्री बचाव समन्वय केंद्र ने एक अन्य व्यापारी पोत MV वन मार्वल को भी मोर्चे पर लगाया, जिसने 18 लोगों को रेस्क्यू किया। इनमें से एक क्रू मेंबर को गंभीर चोटें आई हैं और उसे तत्काल मेडिकल सहायता दी जा रही है।
लापता चार सदस्यों में दो ताइवान, एक इंडोनेशिया और एक म्यांमार का नागरिक शामिल है। ICG के मुताबिक जहाज फिलहाल पानी में तैर रहा है, लेकिन आग पर काबू पाने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। जहाज में मौजूद कार्गो के प्रकार और उसमें छिपे खतरों का आकलन किया जा रहा है, ताकि अग्निशमन के दौरान किसी और बड़ी दुर्घटना को रोका जा सके।
DG शिपिंग, राज्य प्रशासन और जहाज मालिकों के साथ ICG लगातार समन्वय कर रही है। प्राथमिकता है—लापता लोगों की सुरक्षित तलाश, आग पर काबू और समुद्री पर्यावरण को संभावित खतरे से बचाना। फिलहाल, अरब सागर में यह रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद संवेदनशील मोड़ पर है, और सभी की निगाहें इन चार लापता जिंदगियों के सकुशल मिलने पर टिकी हैं।