BSE, NSE, MARKET

साप्ताहिक शेयर बाजार समीक्षा: उतार-चढ़ाव के बाद मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार

नई दिल्ली। ट्रेड वॉर की अनिश्चितता के चलते अप्रैल के दूसरे कारोबारी सप्ताह में घरेलू शेयर बाजार में वैश्विक बाजार की तरह उतार-चढ़ाव देखा गया। पूरे सप्ताह के कारोबार के बाद बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। 11 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में सेंसेक्स 207.43 अंक (0.27 प्रतिशत) की गिरावट के साथ 75,157.26 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 75.90 अंक (0.33 प्रतिशत) की कमजोरी के साथ 22,828.55 अंक पर बंद हुआ।

7 से 11 अप्रैल तक के कारोबार में शेयर बाजार में निरंतर उतार-चढ़ाव रहा। सप्ताह के पहले दिन सेंसेक्स 3,939.68 अंक और निफ्टी 1,160.80 अंक तक लुड़क गए थे, लेकिन बाद में बाजार में खरीदारी का समर्थन मिलने पर दोनों इंडेक्स में 1.5 से 2 प्रतिशत तक की बढ़त देखी गई।

बीएसई का लार्जकैप इंडेक्स पिछले सप्ताह 0.20 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। इस इंडेक्स में गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, ब्रिटानिया, टाइटन, हिंदुस्तान यूनिलीवर, हैवेल्स इंडिया, मैरिको, भारत पेट्रोलियम और नेस्ले इंडिया के शेयर टॉप गेनर्स रहे। वहीं, आईसीआईसीआई लोंबार्ड, जिंदल स्टील, सिमेंस, वेदांत और इंडियन ओवरसीज बैंक के शेयर टॉप लूज़र्स में शामिल हुए।

बीएसई का मिडकैप इंडेक्स भी 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ, जिसमें ग्लेनमार्क फार्मा, मुथूट फाइनेंस, ब्रेन बीज सॉल्यूशंस, इंद्रप्रस्थ गैस और थर्मैक्स के शेयरों में 8 से 14 प्रतिशत तक गिरावट आई। वहीं, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, पीआई इंडस्ट्रीज, डिक्सन टेक्नोलॉजीज और पेज इंडस्ट्रीज के शेयरों में 5 से 9 प्रतिशत की तेजी आई।

बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.07 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। इस इंडेक्स में राघव प्रोडक्टिविटी, हैंप्टन स्काई रियल्टी, एनएसीएल इंडस्ट्रीज, बीएल कश्यप, राजू इंजिनियर्स, सेंको गोल्ड और अवंती फीड्स के शेयरों में 10 से 21 प्रतिशत तक की तेजी देखी गई, जबकि इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट और जिंदल ड्रिलिंग के शेयरों में 10 से 18 प्रतिशत की गिरावट आई।

सेक्टोरल स्तर पर निफ्टी का रियल्टी इंडेक्स 4 प्रतिशत, आईटी इंडेक्स 2.3 प्रतिशत और पीएसयू बैंक इंडेक्स 1.5 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ, जबकि निफ्टी के कंज्यूमर ड्यूरेबल और एफएमसीजी इंडेक्स 3 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुए।

टॉप 10 कंपनियों के मार्केट कैप में 84,000 करोड़ की वृद्धि, पांच में हुई बढ़ोतरी

एफपीआई की बिकवाली जारी, अप्रैल में 31,575 करोड़ रुपये के शेयर बेचे