नई दिल्ली। लगातार तीन सप्ताह की गिरावट के बाद, 7 मार्च को समाप्त हुए कारोबारी सप्ताह में घरेलू शेयर बाजार ने मजबूती दर्ज की और साप्ताहिक आधार पर बढ़त के साथ बंद हुआ। 3 से 7 मार्च तक के कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स 1,134.48 अंक (1.54%) बढ़कर 74,332.58 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 427.80 अंक (1.93%) चढ़कर 22,552.50 के स्तर पर बंद हुआ। यह बढ़त इसलिए भी महत्वपूर्ण रही क्योंकि अमेरिका में टैरिफ वॉर और व्यापार नीति से जुड़ी अनिश्चितताओं के कारण वैश्विक बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव देखा गया।
सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद
7 मार्च को समाप्त सप्ताह में सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स ने बढ़त दर्ज की। निफ्टी मेटल इंडेक्स में 8.6%, मीडिया इंडेक्स में 7.3% और एनर्जी इंडेक्स में 6% की तेजी आई। इसके अलावा, ऑयल एंड गैस इंडेक्स 5.3% और पीएसयू बैंक इंडेक्स 5% की बढ़त के साथ सप्ताह का अंत करने में सफल रहे।
निवेशकों की संपत्ति में 14 लाख करोड़ रुपये का इजाफा
इस हफ्ते शेयर बाजार में आई तेजी से निवेशकों की संपत्ति में लगभग 14 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण सोमवार से शुक्रवार के बीच बढ़कर 398.24 लाख करोड़ रुपये (अस्थायी आंकड़े) हो गया, जो पिछले सप्ताह 384.28 लाख करोड़ रुपये था।
लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में मजबूती
- बीएसई लार्जकैप इंडेक्स: 2.41% की बढ़त दर्ज की गई।
- प्रमुख लाभ पाने वाले स्टॉक्स: वेदांता, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन, टाटा स्टील, आदि (10-15% की बढ़त)।
- बीएसई मिडकैप इंडेक्स: 3.32% की साप्ताहिक बढ़त।
- प्रमुख स्टॉक्स: एचपीसीएल, ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन फार्मास्यूटिकल्स, जी इंटरटेनमेंट, सीजी पावर, बायोकॉन, जिंदल स्टेनलेस, आदि (10-13% की बढ़त)।
- बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स: 6.02% उछलकर बंद हुआ, यह पूरे सप्ताह का सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला इंडेक्स रहा।
- सबसे ज्यादा बढ़त: कॉफी डे एंटरप्राइजेज, भारत वायर रोप्स, मैन इंडस्ट्रीज, त्रिवेणी टरबाइन, वाडीलाल इंडस्ट्रीज, अनुपम रसायन इंडिया, जेन टेक्नोलॉजीज (20-40% की तेजी)।
- सबसे ज्यादा गिरावट: ईकेआई एनर्जी सर्विसेज, जिंदल वर्ल्डवाइड, जेनसोल इंजीनियरिंग, सूरतवाला बिजनेस ग्रुप (22-40% की गिरावट)।
पिछले हफ्ते की मजबूती को देखते हुए निवेशकों में सकारात्मकता देखी गई, हालांकि आने वाले दिनों में वैश्विक बाजार के रुझानों और आर्थिक नीतियों पर भी बाजार की चाल निर्भर करेगी।