समिट इंडिया ने युद्ध की स्थिति में जन जागरण महाभियान शुरू करने की घोषणा की

नई दिल्ली। देश में युद्ध की स्थिति में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, स्वैच्छिक संगठन ‘समिट इंडिया’ ने एक जन जागरण महाभियान की शुरुआत करने का फैसला किया है। इस अभियान के तहत लोगों को सरकार के दिशा-निर्देश, एहतियात और सावधानियों के बारे में जागरूक किया जाएगा, साथ ही विभिन्न स्वैच्छिक संगठनों के साथ मिलकर सहायता और सुविधा केंद्रों का निर्माण भी किया जाएगा।

समिट इंडिया के चेयरमैन और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू की अध्यक्षता में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। संगठन के महासचिव महेश वर्मा ने इस फैसले की जानकारी दी। वर्मा ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य युद्ध की स्थिति में गरीबों, मजदूरों और अन्य जरूरतमंद लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई से बचाना है, और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करना है।

इस महाभियान के तहत देशभर में करीब 10,000 सहायता शिविर और सुविधा केंद्रों का निर्माण किया जाएगा। इन केंद्रों का संचालन एआईसीटीई (All India Council for Technical Education) और कैप्सी (CAPSI) जैसे सहयोगी संगठनों के माध्यम से होगा। एआईसीटीई के 26,000 शिक्षण संस्थानों और कैप्सी के 1.5 करोड़ सुरक्षा गार्ड्स के नेटवर्क का भी सहयोग लिया जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की मदद, विशेष रूप से रक्तदान की कमी, नहीं होने पाए।

महेश वर्मा ने यह भी याद दिलाया कि देश ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के आह्वान पर पहले भी कठिन समय में एकजुट होकर बलिदान दिया था। देशवासियों ने उस वक्त अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए आभूषण दान किए थे। आज, वही देश दुनिया की चौथी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन चुका है।

इस अभियान में लगभग 15,000 से ज्यादा स्वैच्छिक संगठन और व्यापारिक संस्थानों का सहयोग लिया जा रहा है। इन संगठनों ने आश्वासन दिया है कि वे इस कार्य में पूरी तरह से योगदान करेंगे। संगठन प्रमुख श्याम जाजू ने इस अभियान के लिए धनराशि आवंटित की है, जो संस्था को दान स्वरूप प्राप्त होती है। जाजू ने देशवासियों से अपील की है कि वे एकजुट होकर, दरिदंगी और नफरत को खत्म करने का संकल्प लें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को समृद्ध और मजबूत बनाएं।

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