रुद्रप्रयाग/ऊखीमठ। ऐतिहासिक पंचमुखी डोली आज श्रद्धा और भक्ति के साथ केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गई। इस यात्रा का शुभारंभ सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच हुआ, जिसे देख श्रद्धालुओं का उत्साह दोगुना हो गया। सोमवार को डोली पहले पड़ाव के रूप में श्री विश्वनाथ मंदिर, गुप्तकाशी में रात्रि विश्राम करेगी। केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को प्रातः 7 बजे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे।
डोली यात्रा का प्रारंभ रावल भीमाशंकर लिंग, बीकेटीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में हुआ। इस दौरान पंचमुखी उत्सव मूर्ति का पंच स्नान कर डोली में विराजमान किया गया और उसे आकर्षक रूप से सजाया गया। ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ को भी भव्य रूप से सजाया गया था, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए पहुंचे।
यात्रा के मार्ग में श्रद्धालुओं ने उखीमठ, संसारी, विद्यापीठ और गुप्तकाशी बाजार में फूलों से स्वागत किया। विद्यालयों के छात्र-छात्राएं भी इस पावन यात्रा के दौरान डोली के दर्शन के लिए कतारबद्ध खड़े रहे।
बीकेटीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने यात्रा पर जा रहे सभी तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि डोली गुप्तकाशी से फाटा, फिर फाटा से गौरीकुंड और 1 मई को गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिए रवाना होगी। उम्मीद है कि शाम तक यह पंचमुखी डोली केदारनाथ पहुंच जाएगी।
बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ के अनुसार, केदारनाथ धाम में मंदिर समिति के अग्रिम दल ने यात्रा से पूर्व सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इनमें पेयजल, विद्युत व्यवस्था, भोग मंडी की सफाई, मंदिर कार्यालय, पूजा कार्यालय, दर्शन पंक्ति की मरम्मत सहित कई अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं।
इसके अलावा, 27 अप्रैल को ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ में केदारपुरी के रक्षक भैरवनाथ जी की पूजा-अर्चना भी संपन्न हुई थी।
इस मौके पर केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, दायित्वधारी चंडी प्रसाद भट्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष कुब्जा धर्म्वाण, सहायक अभियंता गिरीश देवली, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और मंदिर समिति के सदस्य उपस्थित रहे।