मुंबई। दुनिया भर के शेयर बाजारों में एक बार फिर मायूसी छाई नजर आ रही है। ग्लोबल मार्केट से मिल रहे कमजोर संकेतों ने एशियाई बाजारों में भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया है। अमेरिका में स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी के चलते पिछला कारोबारी सत्र बंद रहा, लेकिन डाउ जॉन्स फ्यूचर्स ने सोमवार सुबह गिरावट के साथ शुरुआत की, जिससे वैश्विक निवेशकों की चिंता और बढ़ गई।
ग्लोबल मार्केट में बेचैनी की सबसे बड़ी वजह बनी हुई है रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर अनिश्चितता। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा तय की गई 9 जुलाई की डेडलाइन नजदीक है, लेकिन अमेरिका और अन्य प्रमुख देशों के बीच ट्रेड डील पर अब तक कोई स्पष्ट सहमति नहीं बन सकी है। इस स्थिति ने बाजारों में घबराहट को जन्म दिया है। फिलहाल डाउ जॉन्स फ्यूचर्स 149.03 अंक यानी 0.33% की गिरावट के साथ 44,679.50 पर कारोबार कर रहा है।
यूरोप की बात करें तो वहां के बाजारों ने पिछले सत्र में कमजोरी के साथ कारोबार समाप्त किया। लंदन का एफटीएसई इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ 8,822.91 पर बंद हुआ, जबकि फ्रांस का सीएसी इंडेक्स 0.76% की गिरावट के साथ 7,696.27 पर और जर्मनी का डीएएक्स इंडेक्स 146.68 अंक यानी 0.62% टूटकर 23,787.45 पर आ गया।
एशियाई बाजारों में भी सुबह से बिकवाली का दबाव हावी दिखा। 9 में से 7 प्रमुख सूचकांक लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। हालांकि सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.24% की बढ़त के साथ 4,023.09 पर और दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.10% चढ़कर 3,057.22 पर नजर आया।
दूसरी ओर, गिफ्ट निफ्टी भी 0.13% की गिरावट के साथ 25,493.50 पर फिसल गया। जापान का निक्केई इंडेक्स 175.18 अंक यानी 0.44% टूटकर 39,635.70 तक लुढ़का। ताइवान वेटेड इंडेक्स 0.76% गिरकर 22,376.62 पर, थाईलैंड का सेट कंपोजिट इंडेक्स 0.54% टूटकर 1,113.94 पर, हैंग सेंग इंडेक्स 0.44% फिसलकर 23,811.21 पर, शंघाई कंपोजिट 0.21% गिरकर 3,465.05 पर और जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 0.04% की मामूली कमजोरी के साथ 6,862.59 पर कारोबार कर रहा है।
बाजारों में फैली यह बेचैनी बताती है कि निवेशक फिलहाल सतर्क रुख अपनाए हुए हैं। आने वाले दिनों में टैरिफ पर अमेरिका का रुख और ग्लोबल डील्स की दिशा ही बाजार की चाल तय करेगी।