उज्जैन। विक्रमोत्सव 2025 के तहत उज्जैन में न्याय व्यवस्था पर केंद्रित एक विशेष वैचारिक समागम का आयोजन किया जा रहा है। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम का शुभारंभ आज (शनिवार) शाम 6:00 बजे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत द्वारा किया जाएगा। यह आयोजन तीन मार्च तक पं. सूर्यनारायण व्यास संकुल, कालिदास अकादमी में जारी रहेगा।
समागम में किन विषयों पर होगी चर्चा?
महाराज विक्रमादित्य शोध संस्थान के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि इस समागम में निम्नलिखित विषयों पर विस्तृत चर्चा होगी—
✔ विक्रमादित्यकालीन राजधर्म, न्याय व्यवस्था और दंड विधान
✔ प्राचीन समाज में न्याय व्यवस्था और राज्यधर्म
✔ भारतीय न्याय व्यवस्था के स्रोत, परंपराएं और उनका समाज पर प्रभाव
✔ स्मृति एवं नीति शास्त्रों में न्याय व्यवस्था और वर्तमान संविधान से इसकी तुलना
✔ आधुनिक संदर्भ में विक्रमादित्य की न्याय व्यवस्था की प्रासंगिकता
✔ भविष्य की न्याय व्यवस्था में संभावित बदलाव, राष्ट्रीय एकीकरण और इससे जुड़ी चुनौतियां
कौन-कौन होंगे सहयोगी?
यह कार्यक्रम महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला अभिभाषक संघ, विक्रम विश्वविद्यालय, विधि महाविद्यालय, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर प्रेस काउंसिल सहित उज्जैन के कई संगठनों का सहयोग रहेगा।