लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रेश कुमार ने अपने तीन दिवसीय लखनऊ दौरे के दौरान कहा कि वक्फ संशोधन बिल वक्फ बोर्ड को माफिया तत्वों से मुक्ति दिलाने का एक ऐतिहासिक कदम है। पहले वक्फ बोर्ड माफियाओं के कब्जे में था, लेकिन अब यह पूरी तरह से माफियाओं से मुक्त हो जाएगा।
इन्द्रेश कुमार ने हिन्दुस्थान समाचार से विशेष बातचीत में बताया कि वक्फ संशोधन बिल से वक्फ बोर्ड में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी, जिससे महिला सशक्तिकरण को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा, “महिला सशक्तिकरण से न केवल मुसलमानों का सम्मान बढ़ेगा, बल्कि इस्लाम की इज्जत भी बढ़ेगी।”
वक्फ संशोधन बिल को लेकर इन्द्रेश कुमार ने इसे वेलफेयर का प्रतीक करार दिया और कहा कि इससे धोखाधड़ी की जगह पारदर्शिता आएगी। “अब वक्फ संपत्ति में किसी भी प्रकार की बेईमानी नहीं होगी। यह संपत्ति खुदा के नाम से जुड़ी हुई है, और इसका उपयोग पूरी तरह से सामाजिक कल्याण के लिए होगा,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुस्लिम समाज को यह महसूस नहीं होना चाहिए कि वक्फ बोर्ड पर केवल सुन्नियों का ही कब्जा है, और कमजोर वर्ग के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यह बिल इस असमानता को समाप्त करेगा और सभी वर्गों के मुसलमानों को समान अवसर देगा।
भारत को एक ऐसा देश बताते हुए जहां ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का सिद्धांत प्रचलित है, इन्द्रेश कुमार ने कहा, “हमारे दृष्टिकोण में धर्म, जाति और संप्रदाय से ऊपर उठकर हम केवल इंसानियत की सेवा करते हैं। इस बिल से अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण का एक नया अध्याय शुरू होगा और वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन संभव होगा।”
वह मानते हैं कि यह संशोधन मुस्लिम समाज को आत्मनिर्भर बनाने और देश की प्रगति में समान भागीदार बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। “इस कानून से गरीब और शोषित मुसलमानों का भविष्य उज्जवल होगा,” उन्होंने कहा।
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