नई दिल्ली। वक्फ कानून पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बयान ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस मुद्दे को लेकर आरजेडी पर तीखा हमला बोला है। मंगलवार को बीजेपी ने तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आरजेडी का असली चेहरा समाजवादी नहीं, बल्कि ‘नमाजवादी’ है, जिसे देश में शरिया कानून की चाह है, न कि बाबा साहेब का संविधान।
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “तेजस्वी यादव संसद से पारित वक्फ संशोधन कानून को कूड़ेदान में डालने की बात करते हैं। क्या ये वही लोग हैं जो लोकतंत्र और संविधान की बात करते हैं? ये असल में तुष्टीकरण की राजनीति के प्रतीक बन चुके हैं। इन्हें न हलाला से दिक्कत है, न शरिया से – दिक्कत है तो सिर्फ भारतीय संविधान से।”
भाटिया ने तेजस्वी यादव पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, “क्या आपने कभी संविधान पढ़ा है? उसकी मूल भावना को समझा है?” उन्होंने कहा कि तेजस्वी और लालू यादव की राजनीति वही पुराना ‘जंगलराज’ वापस लाने की कोशिश है, जिसमें संविधान और कानून सबसे पहले दम तोड़ते हैं।
बीजेपी नेता ने चेतावनी दी कि एनडीए और उसके घटक दल आरजेडी की ‘जहरीली सोच’ को देश पर हावी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव विपक्ष में रहते हुए ही संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, और चुनाव की घोषणा से पहले ही सांप्रदायिक और विभाजनकारी राजनीति में पूरी तरह डूबे हैं।”
वक्फ कानून के बहाने छिड़ी यह जुबानी जंग अब केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि वैचारिक टकराव का रूप ले चुकी है।
