पटना: बिहार बंद का व्यापक असर प्रदेश के रेल यातायात पर भी देखने को मिला। मंगलवार सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों पर उतर आए और कई स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना देकर ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया। पूर्व मध्य रेलवे (ECR) के मुताबिक, बंद के दौरान राज्य के 17 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों को कुछ समय के लिए रोक दिया। हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी भी स्टेशन पर हिंसा, तोड़फोड़ या आगजनी जैसी कोई घटना नहीं हुई।
रेलवे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया कि सभी घटनाएं नियंत्रित थीं और अब रेल संचालन सामान्य हो चुका है।
किन-किन स्टेशनों पर हुआ विरोध प्रदर्शन?
सबसे पहले सुबह 6:00 बजे समस्तीपुर मंडल के नरपतगंज स्टेशन पर गाड़ी संख्या 13211 को मात्र दो मिनट के लिए रोका गया। इसके बाद दरभंगा स्टेशन पर भी इसी ट्रेन को 13 मिनट तक प्रदर्शनकारियों ने रोके रखा।
दानापुर मंडल के बिहियां स्टेशन पर गाड़ियों को रोककर प्रदर्शन किया गया। गाड़ी संख्या 12392 को सुबह 5:50 से 6:05 तक और फिर 12333 को 6:13 से 6:23 तक धरना प्रदर्शन के बीच रोका गया।
डीडीयू मंडल के तहत भी गाड़ी संख्या 12333 को सुबह 6:10 से 6:20 बजे तक रोका गया। वहीं, समस्तीपुर मंडल के मधेपुरा के दौरम स्टेशन पर गाड़ी संख्या 75258 के सामने प्रदर्शन किया गया।
मधुबनी में गाड़ी संख्या 14673 और दरभंगा जंक्शन पर 12565 के सामने प्रदर्शनकारियों ने झंडा-बैनर लेकर नारेबाजी की। आरा जंक्शन पर करीब 100 लोग स्टेशन परिसर में पहुंचे और ट्रेन रोककर विरोध जताया।
समस्तीपुर मंडल के थेरेबिटिया, दरभंगा गेट, परसा-बरियारी, और जयनगर जैसे अन्य स्थानों पर भी प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों को कुछ देर तक रोका। सोनपुर रेल मंडल के खगड़िया स्टेशन पर भी झंडा-बैनर के साथ प्रदर्शन किया गया।
रेलवे की सतर्कता रंग लाई
बिहार बंद को देखते हुए रेलवे ने पहले ही एहतियातन कदम उठाए थे, जिसका नतीजा रहा कि किसी भी जगह हालात बेकाबू नहीं हुए। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे और अब सभी रूटों पर रेल परिचालन सामान्य हो गया है।
रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें, रेल सेवाएं सुचारू रूप से जारी हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।