कीव: रूस में 9 मई को होने वाली 80वीं विक्ट्री परेड में हिस्सा लेने वाले मेहमानों के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने गंभीर चेतावनी दी है। उनका कहना है कि इस परेड में भाग लेने वाले मेहमानों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है, और यदि कुछ अप्रिय होता है तो उसकी जिम्मेदारी रूस की होगी, न कि यूक्रेन की। जेलेंस्की ने रूस द्वारा तीन दिन के युद्धविराम प्रस्ताव को भी सख्त नकारा किया है और इसे एक ‘धोखा’ करार दिया है।
आरबीसी न्यूज पोर्टल के अनुसार, जेलेंस्की ने कहा, “रूस की विक्ट्री परेड में शामिल होने वाले मेहमानों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं दी जा सकती। अगर इस दौरान कोई हादसा हुआ, तो उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी।” साथ ही, उन्होंने पुतिन के तीन दिन के युद्धविराम प्रस्ताव को ‘मजाक’ बताते हुए इसे रूस की एक और चाल बताया।
रूस द्वारा दूसरे विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर अपनी विजय की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विक्ट्री परेड का आयोजन किया जा रहा है। इसका मुख्य कार्यक्रम मास्को के रेड स्क्वायर पर होगा। इस आयोजन के मद्देनजर रूस ने युद्धविराम का प्रस्ताव दिया था।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस परेड में शिरकत करने का निमंत्रण मिला था, लेकिन उन्होंने इसमें शामिल होने से इंकार कर दिया है। अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के रूस जाने की बात भी सामने आई थी, लेकिन अब वह भी इस कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे।