नई दिल्ली। भारतीय अंडर-19 टीम के तूफानी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे यूथ वनडे में बल्ले से ऐसा कहर बरपाया कि रिकॉर्ड बुक हिल गई। 52 गेंदों में शतक जड़कर उन्होंने पाकिस्तान के कामरान गुलाम का 2013 में बना सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड तोड़ दिया और फिर 143 रनों की विस्फोटक पारी खेलकर इंग्लैंड की गेंदबाजी की धज्जियां उड़ा दीं। अब उनका अगला निशाना और भी बड़ा है — दोहरा शतक।
बीसीसीआई द्वारा एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किए गए वीडियो में वैभव ने खुलासा किया कि उन्हें शतक के बाद रिकॉर्ड टूटने की जानकारी नहीं थी। टीम मैनेजर अंकित सर ने उन्हें बताया कि उन्होंने इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा, “अब अगला टारगेट है दोहरा शतक। कोशिश करूंगा कि अगले मैच में 200 रन बनाऊं और पूरे 50 ओवर तक क्रीज पर टिके रहूं।”
वैभव ने यह भी बताया कि उन्हें भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल से जबरदस्त प्रेरणा मिलती है। खासकर जब गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट में दोहरा शतक ठोका, उस वक्त वैभव खुद स्टेडियम में मौजूद थे। उन्होंने कहा, “गिल भाई ने 200 बनाने के बाद भी रुकने का नाम नहीं लिया, वो टीम को जीत दिलाने के लिए आखिर तक जूझते रहे — वहीं से मुझे सीख मिली।”
143 रन पर आउट होने को लेकर वैभव को अफसोस है। उन्होंने कहा, “20 ओवर बचे थे, और रन बन सकते थे। एक शॉट मैं ठीक से टाइम नहीं कर पाया, वरना और बड़ा स्कोर हो सकता था।”
वैभव इस सीरीज में शानदार फॉर्म में हैं। पहले तीन मैचों में उन्होंने क्रमशः 48, 45 और 86 रन बनाए थे। अब चौथे मैच में 143 रन की पारी के बाद उनका कुल स्कोर 322 रन हो चुका है। भारत ने चौथे मैच में जीत दर्ज कर 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है।
अब सबकी निगाहें अंतिम मुकाबले पर टिकी हैं — क्या वैभव सूर्यवंशी अपने दोहरे शतक के लक्ष्य को पूरा कर पाएंगे?