नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु रविवार को पुर्तगाल और स्लोवाकिया की राजकीय यात्रा के लिए रवाना हो गईं। यह दौरा 7 से 10 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें राष्ट्रपति दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगी और वहां रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से भी संवाद करेंगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, पिछले 25 वर्षों में किसी भारतीय राष्ट्रपति की यह पहली राजकीय यात्रा है। यह दौरा भारत और यूरोपीय संघ के इन दो प्रमुख साझेदार देशों के साथ बहुपक्षीय सहयोग को और प्रगाढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
पुर्तगाल यात्रा (7-8 अप्रैल)
राष्ट्रपति मुर्मु पुर्तगाल में अपने समकक्ष मार्सेलो रेबेलो डी सूसा से मुलाकात करेंगी और प्रतिनिधिमंडल स्तर पर वार्ता करेंगी। इसके अलावा वह प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जोस पेड्रो अगुइर-ब्रैंको से भी भेंट करेंगी। भारतीय राष्ट्रपति की यह पुर्तगाल यात्रा 27 वर्षों बाद हो रही है। भारत और पुर्तगाल इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की पुनः स्थापना की 50वीं वर्षगांठ भी मना रहे हैं। इससे पहले 1998 में तत्कालीन राष्ट्रपति के. आर. नारायणन ने पुर्तगाल की यात्रा की थी।
स्लोवाकिया यात्रा (9-10 अप्रैल)
इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मु स्लोवाकिया पहुंचेंगी, जहां वे राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी और प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको से द्विपक्षीय वार्ता करेंगी। साथ ही वह स्लोवाकिया की राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष रिचर्ड रासी से भी मिलेंगी। भारतीय राष्ट्रपति की यह यात्रा स्लोवाकिया में 29 वर्षों बाद हो रही है।
यह यात्रा भारत के कूटनीतिक संबंधों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।