कीव। शांति की उम्मीदें टूटीं और जंग की आग और भड़क उठी! रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला कर दुनिया को चौंका दिया। महज कुछ घंटों पहले शांति वार्ता विफल हुई और उसी के बाद शनिवार सुबह रूस ने 273 घातक ड्रोन यूक्रेन की ओर दागे। इस हमले में कीव में 28 वर्षीय महिला की मौत हो गई, जबकि एक चार साल के बच्चे समेत कई लोग घायल हो गए।
यूक्रेन की वायुसेना के मुताबिक, हमले का मुख्य निशाना कीव, डोनेट्स्क और निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र रहे। इनमें से 88 ड्रोन को मार गिराया गया और 128 को इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग के जरिए निष्क्रिय किया गया।
तीन साल की जंग, और गहराता संकट
रूस-यूक्रेन युद्ध की तीसरी वर्षगांठ के बाद यह हमला तब हुआ है जब इस्तांबुल में दोनों देशों के बीच सीधी वार्ता असफल रही और ट्रंप-पुतिन की संभावित बातचीत की चर्चा जोरों पर है। इससे पहले 23 फरवरी को रूस ने 267 ड्रोन दागे थे, लेकिन शनिवार का हमला संख्या और रणनीति के लिहाज से कहीं ज्यादा भयावह साबित हुआ।
कीव में बिजली ठप, बुनियादी ढांचा तहस-नहस
कीव के गवर्नर मायकोला कलाश्निक ने बताया कि हमले से बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। सरकार ने इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रूस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
ड्रोन और साइबर अटैक की डबल स्ट्रैटेजी
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमला केवल सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि रूस की एक नई रणनीति का संकेत है – बातचीत की मेज पर मौजूद रहते हुए जंग के मैदान में दबाव बनाए रखना। ड्रोन और साइबर अटैक का यह संयोजन यूक्रेन पर मनोवैज्ञानिक और भौतिक दोनों स्तरों पर दबाव बनाने की कवायद है।
क्या शांति की उम्मीद बचेगी?
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या यह हमला कूटनीतिक प्रयासों को पूरी तरह नाकाम कर देगा या फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय समय रहते हस्तक्षेप कर शांति की ओर कोई ठोस रास्ता निकालेगा?