नई दिल्ली। कर्नाटक में मुसलमानों को सरकारी ठेकों में 4% आरक्षण देने के प्रस्ताव को लेकर राजनीतिक विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर तीखे हमले करते हुए उसे मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
सोमवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस लगातार भाजपा पर संविधान बदलने का झूठा आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि 2019 के चुनावों में कांग्रेस ने गलत प्रचार किया था कि भाजपा को बहुमत मिलने पर संविधान बदल दिया जाएगा, जबकि भाजपा ने केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) को 10% आरक्षण देने के लिए संविधान में संशोधन किया था, जिसे सभी ने सराहा। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या देश केवल वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति के आधार पर आगे बढ़ेगा?
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टीकरण के कई उदाहरण गिनाते हुए कहा कि शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटने से लेकर तीन तलाक के विरोध तक, कांग्रेस ने हमेशा वोट बैंक की राजनीति की है। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी पर भी तीन तलाक खत्म करने का विरोध करने का आरोप लगाया।
इसके अलावा, उन्होंने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के हालिया बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने इशारा किया था कि भविष्य में संविधान बदला जा सकता है। प्रसाद ने कहा कि संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण की इजाजत नहीं देता, फिर भी कांग्रेस मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह पहले मंदिरों में जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं कर रहे, क्योंकि उनका ध्यान सिर्फ एक विशेष वोट बैंक पर है।