मुरैना: गरीबों तक पहुंचे रोटरी स्वास्थ्य शिविर का लाभ – नरेंद्र सिंह

मुरैना। स्व. मोहन प्यारी देवी माहेश्वरी की स्मृति में रोटरी मेडिकल मिशन राहत-2 का आयोजन 26 मार्च से 02 अप्रैल तक जिला मुख्यालय पर किया जाएगा। इस शिविर में प्रसिद्ध चिकित्सक विभिन्न बीमारियों का उपचार करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इस चिकित्सा शिविर का लाभ समाज के अंतिम छोर तक के गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को मिलना चाहिए। उन्होंने यह बात शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कही।

बैठक में सांसद शिवमंगल सिंह तोमर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती गुर्जर, कलेक्टर अंकित अस्थाना, पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कमलेश कुमार भार्गव, रोटरी के पदाधिकारी भूपेंद्र जैन, डॉ. संजीव बांदिल, पूर्व विधायक सूबेदार सिंह रजौधा, भाजपा जिलाध्यक्ष कमलेश कुशवाह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा:

  • ऐसे स्वास्थ्य शिविर क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और यदि जरूरतमंद लोगों को सही उपचार मिल जाए तो उनका जीवन सफल हो जाएगा।
  • पिछले शिविरों में जो भी कमियां रहीं, उन्हें दूर किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाई जा सके।
  • अब भी कई लोग स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं, हमें उन्हें इस शिविर तक लाना होगा ताकि हमारा उद्देश्य पूर्ण हो सके।
  • संस्थाएं अपने स्वयंसेवकों (वॉलंटियर्स) की उचित व्यवस्था करें और उनकी पहचान के लिए आईडी कार्ड जारी करें।
  • मरीजों और उनके साथ आने वालों को भोजन, पानी और ठहरने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
  • पंजीकरण केंद्र पर मरीजों को सही मार्गदर्शन मिले और उन्हें संबंधित चिकित्सकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी वॉलंटियर्स निभाएं।
  • वॉलंटियर्स सेवा भावना के साथ काम करें और व्यक्तिगत प्रचार या सेल्फी लेने में व्यस्त न रहें।

स्वास्थ्य अभियान का विस्तार:
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि होली के बाद पंचायतों के सचिवों के माध्यम से एक अभियान चलाया जाए, ताकि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति स्वास्थ्य शिविर में पंजीकरण से वंचित न रह जाए। अब तक 30,000 से अधिक ओपीडी दर्ज की जा चुकी हैं और 2,700 मरीजों को ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया है।

बैठक के दौरान रोटरी के पदाधिकारी भूपेंद्र जैन ने पिछले शिविरों के अनुभव साझा किए और भविष्य की कार्ययोजना पर चर्चा की।

अंगदान जागरूकता के लिए आज सड़कों पर उतरेंगे डॉक्टर

भारत को अगले 15-20 वर्षों में 30 हजार पायलटों की जरूरत होगी: केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू