पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में 59,028 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इनमें 55,845 प्रारंभिक शिक्षक, 2,532 माध्यमिक शिक्षक और 651 उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से नीलम कुमारी, रुस्तम अली, नीलू राय, अच्युत कुमार और दीपक कुमार तिवारी को नियुक्ति पत्र सौंपे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए 2006-07 में पंचायत और नगर निकायों के माध्यम से बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्ति की गई, जिससे कुल 3.68 लाख शिक्षक नियोजित हुए।
उन्होंने बताया कि 2023 से सरकारी शिक्षकों की बहाली के लिए बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा परीक्षा आयोजित की जा रही है। अब तक 28,000 नियोजित शिक्षक परीक्षा पास कर सरकारी शिक्षक बन चुके हैं। नियोजित शिक्षकों के लिए विशेष परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया था, जिसमें उन्हें पांच अवसर दिए गए। पहले चरण में 1,87,818 और दूसरे चरण में 66,143 शिक्षक उत्तीर्ण हुए। इस अवसर पर 100 शिक्षकों को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र दिए गए, जबकि अन्य को उनके संबंधित जिलों में नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि अब तक कुल 2,53,961 नियोजित शिक्षक सरकारी शिक्षक के रूप में बहाल हो चुके हैं, जबकि 86,000 शिक्षक अभी परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए शेष हैं। बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से अब तक 2,17,272 शिक्षक परीक्षा पास कर सरकारी सेवा में आए हैं, जिससे कुल संख्या 4,71,233 हो गई है। हाल ही में हुई BPSC परीक्षा में 66,800 शिक्षक और 42,918 प्रधानाध्यापक उत्तीर्ण हुए हैं, जिन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इस बहाली के बाद राज्य में सरकारी शिक्षकों की कुल संख्या 5,80,951 हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षकों से बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की अपील की और शिक्षा मंत्री से शिक्षण कार्य पर निरंतर निगरानी रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सभी वर्गों के उत्थान के लिए कार्य किया जा रहा है और महिला शिक्षकों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। अंत में उन्होंने सभी नियुक्त शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।