नई दिल्ली। रविवार को होने वाले महिला एकदिवसीय त्रिकोणीय सीरीज़ के फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम का लक्ष्य श्रीलंका से हार का हिसाब चुकता करना है। भारत ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है, हालांकि उनकी एकमात्र हार श्रीलंका से ही आई थी। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय टीम ने 4 में से 3 मैच जीतकर पॉइंट्स टेबल में शीर्ष स्थान हासिल किया है, वहीं श्रीलंका दो जीत और दो हार के साथ दूसरे नंबर पर रहा। दक्षिण अफ्रीका एकमात्र जीत के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
यह फाइनल मुकाबला दोनों टीमों के लिए आगामी महिला वनडे वर्ल्ड कप की तैयारी के नजरिए से भी महत्वपूर्ण होगा। भारत की सफलता में सबसे अहम योगदान रही है उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी। जेमिमा रोड्रिग्स ने अब तक 201 रन बनाए हैं, जिनमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी शानदार 123 रन की शतकीय पारी शामिल है। इसके अलावा प्रतीका रावल (164 रन), स्मृति मंधाना (148 रन) और दीप्ति शर्मा (126 रन) ने भी महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं। खासकर दीप्ति का निचले क्रम में खेला गया 93 रन का योगदान टीम के लिए बेहद अहम रहा।
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अब तक कोई बड़ी पारी नहीं खेली, लेकिन पिछले तीन मैचों में उनकी छोटी लेकिन प्रभावी पारियां (41*, 30 और 28 रन) यह संकेत दे रही हैं कि वह फाइनल में धमाल मचा सकती हैं।
गेंदबाजी में स्नेह राणा ने 11 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी पांच विकेट की बेहतरीन गेंदबाजी शामिल है।
श्रीलंका की तरफ से हरशिथा समरविक्रमा पर सबसे बड़ी उम्मीदें रहेंगी। उन्होंने भारत के खिलाफ लीग मैच में 61 गेंदों में 53 रन बनाकर अहम भूमिका निभाई थी और पिछले साल के T20 एशिया कप फाइनल में भी भारत के खिलाफ मैच जिताऊ पारी खेली थी। इस सीरीज़ में समरविक्रमा ने चार मैचों में दो अर्धशतक समेत 177 रन बनाए हैं। कप्तान चमारी अटापट्टू का प्रदर्शन बल्ले और गेंद से मिश्रित रहा है – 4 मैचों में 88 रन और 5 विकेट। गेंदबाजी में देउमी विहांगा ने 9 विकेट लेकर श्रीलंका के लिए प्रभावी प्रदर्शन किया है, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने उन्हें पहले मैचों में अच्छी तरह से संभाला है।