नई दिल्ली। महिला फुटबॉल के विकास को नई दिशा देने के लिए फीफा ने शुक्रवार को ऐतिहासिक घोषणा की। फीफा ने मंजूरी दे दी है कि 2031 से महिला फीफा विश्व कप में 48 टीमें भाग लेंगी, जो अब तक के सबसे बड़े संस्करण के रूप में सामने आएगा। फीफा परिषद की वर्चुअल बैठक में यह प्रस्ताव बहुमत से पास हुआ।
48 टीमों के साथ नया फॉर्मेट, 104 मैच होंगे
फीफा के नए फॉर्मेट के तहत 48 टीमों को 12 ग्रुपों में बांटा जाएगा, और इस बार कुल 104 मुकाबले खेले जाएंगे, जो 2026 पुरुष विश्व कप के समान होगा। इस बदलाव के साथ टूर्नामेंट की अवधि भी एक हफ्ते तक बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में 2027 महिला विश्व कप ब्राजील में आयोजित होगा, जिसमें 32 टीमें हिस्सा लेंगी। याद रहे, 2023 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुआ विश्व कप ही पहला था, जिसमें 32 टीमें भागी थीं।
फीफा अध्यक्ष ने दी बड़ी प्रतिक्रिया
फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फैन्टिनो ने कहा, “यह केवल 16 अतिरिक्त टीमों को जोड़ने की बात नहीं है, बल्कि महिला फुटबॉल के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे अधिक देशों को महिला फुटबॉल के ढांचे को विकसित करने का अवसर मिलेगा, जो एक नई शुरुआत का संकेत है।”
अमेरिका हो सकता है 2031 विश्व कप का मेज़बान
2031 महिला विश्व कप के मेज़बान के तौर पर अमेरिका सबसे आगे है, जो इस टूर्नामेंट की मेज़बानी करने के लिए एकमात्र बोलीदाता है। अगर यह पुष्टि हो जाती है, तो यह तीसरी बार होगा जब अमेरिका इस टूर्नामेंट की मेज़बानी करेगा। इससे पहले वह 1999 और 2003 में इसे आयोजित कर चुका है। वहीं, 2035 महिला विश्व कप की मेज़बानी के लिए यूनाइटेड किंगडम ने अकेले बोली लगाई है, लेकिन इन टूर्नामेंटों के मेज़बान पर अंतिम फैसला अभी बाकी है।
एकतरफा मैचों की चिंता को किया दूर
जहां 48 टीमों के शामिल होने से एकतरफा मैचों की आशंका जताई जा रही थी, वहीं फीफा अध्यक्ष इन्फैन्टिनो ने इस पर सफाई दी। उन्होंने कहा, “2023 विश्व कप ने यह साबित कर दिया कि अब सभी कॉन्फेडरेशन की टीमें प्रतिस्पर्धी हो चुकी हैं। पहली बार, सभी कॉन्फेडरेशन की टीमों ने कम से कम एक मैच जीता और पांच कॉन्फेडरेशन की टीमें नॉकआउट चरण में पहुंचीं।”
फीफा का मानना है कि यह बड़ा फैसला महिला फुटबॉल को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और यह खेल को और अधिक रोमांचक और प्रतिस्पर्धी बनाएगा।