बेंगलुरु। हाल ही में 15वीं सीनियर महिला राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप में शानदार जीत दर्ज करने के बाद महिमा टेटे के लिए बीते कुछ सप्ताह बेहद खास रहे। झारखंड की 21 वर्षीय मिडफील्डर अब भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम के राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में शामिल हैं, जहां वह अपनी बड़ी बहन और टीम की कप्तान सलीमा टेटे के साथ अभ्यास कर रही हैं।
महिमा ने हॉकी इंडिया के माध्यम से बताया, “मैं हमेशा अपनी दीदी के रास्ते पर चलना चाहती थी और देश के लिए कुछ खास करना चाहती थी। अब उनके साथ ट्रेनिंग करना एक सपना सच होने जैसा है। जब मुझसे कोई गलती होती है, तो दीदी उसे प्यार से सुधारती हैं और हर कदम पर मेरा साथ देती हैं।”
उन्होंने बताया कि कैंप में शामिल होने से पहले सलीमा ने उन्हें मानसिक रूप से तैयार रहने की कई महत्वपूर्ण बातें बताईं। “दीदी ने कहा कि यहां खेल की रफ्तार घरेलू मुकाबलों से काफी तेज होती है, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है। उन्होंने हमेशा मेहनत करते रहने और कभी हार न मानने की सीख दी,” महिमा ने कहा।
शिविर की शुरुआत में महिमा 65 संभावित खिलाड़ियों में शामिल थीं, लेकिन अपनी कड़ी मेहनत और बेहतरीन फिटनेस के दम पर 2 अप्रैल को घोषित मुख्य 40 खिलाड़ियों की सूची में अपनी जगह पक्की कर ली। उन्होंने इस अनुभव को लेकर कहा, “सीनियर खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करना मेरे लिए बहुत बड़ा मौका है। टीम में आना सिर्फ एक शुरुआत है, अब मुझे और मेहनत करनी है ताकि उस स्तर तक पहुंच सकूं जहां मेरी जगह पक्की हो।”
महिमा ने बताया कि सीनियर स्तर पर प्रतिस्पर्धा बहुत तीव्र होती है और इसके लिए शारीरिक और मानसिक रूप से बेहद मजबूत होना जरूरी है। “सीनियर कैंप में हमें बहुत सख्त ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि हम अंतरराष्ट्रीय स्तर की चुनौती के लिए तैयार रह सकें,” उन्होंने जोड़ा।
बीमारी में भी दिखाया जज्बा, दिलाया टीम को गोल्ड
महिमा ने झारखंड की ओर से खेले गए सभी पांच मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन किया और टीम को पहली बार फाइनल तक पहुंचाया। फाइनल में झारखंड ने गत विजेता हरियाणा को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर खिताब अपने नाम किया। इस खास मुकाबले के दिन महिमा बीमार थीं, फिर भी उन्होंने मैदान में उतरने का फैसला किया।
“मैं उस दिन बीमार थी, इसलिए शूटआउट में शामिल नहीं हो सकी, लेकिन मैंने चार बोतल पानी पीकर खुद को पूरे मैच के लिए तैयार किया। मैंने खुद से कहा कि यह मौका दोबारा नहीं मिलेगा और पूरी ताकत झोंक दी,” महिमा ने कहा।
अब उनका अगला लक्ष्य सीनियर राष्ट्रीय टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल होना है। “मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी ताकि मैं उन खिलाड़ियों के स्तर तक पहुंच सकूं जो फिलहाल टीम का हिस्सा हैं। मेरा सपना है कि एक दिन मैं भी शुरुआती 11 में खेलूं,” उन्होंने आत्मविश्वास से कहा।