BSE, NSE, MARKET

महंगाई आंकड़ों से पहले भारतीय शेयर बाजार में सुस्ती, निवेशक सतर्क

मुंबई। खुदरा महंगाई के आंकड़ों के आने से पहले गुरुवार सुबह भारतीय शेयर बाजार ने सुस्त शुरुआत की। निवेशकों में सतर्कता के चलते शुरुआती कारोबार में बाजार लगभग स्थिर नजर आया।

सेंसेक्स सुबह 9:28 बजे 69.22 अंक की हल्की बढ़त के साथ 82,584.36 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि निफ्टी 23.65 अंक चढ़कर 25,165.05 के स्तर पर था। निफ्टी बैंक 56,558.40 पर 98.65 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था, वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में हल्की गिरावट देखने को मिली।

ऑटो, आईटी और पीएसयू बैंक शेयरों में बिकवाली का दबाव देखा गया, जिससे बाजार की चाल पर असर पड़ा। विश्लेषकों के मुताबिक, निफ्टी ने पिछले सत्र में ऊपरी स्तर पर बंद जरूर किया, लेकिन दिनभर के ऊंचे स्तर से फिसल गया।

तकनीकी संकेत
टेक्निकल चार्ट पर डोजी कैंडल बनना यह संकेत देता है कि बाजार फिलहाल दिशा तय करने की कोशिश में है। एक्सिस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अक्षय चिंचलकर ने कहा कि अगर निफ्टी 24,987-25,029 के स्तर से नीचे जाता है, तो 24,800 तक गिरावट की आशंका बनी रहेगी।

सेंसेक्स में टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स में एशियन पेंट्स, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल, एनटीपीसी और एचडीएफसी बैंक जैसे शेयरों ने बढ़त दर्ज की, जबकि इंफोसिस, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और इंडसइंड बैंक जैसे दिग्गज शेयर नुकसान में रहे।

वैश्विक संकेत मिले-जुले
एशियाई बाजारों में हांगकांग, बैंकॉक और जापान लाल निशान में ट्रेड कर रहे थे, वहीं चीन और सोल के बाजारों में थोड़ी बढ़त दर्ज की गई। अमेरिका के बाजारों में भी सुस्ती रही, जहां डॉव जोंस लगभग फ्लैट बंद हुआ जबकि एसएंडपी 500 और नैस्डैक में गिरावट देखी गई।

ट्रेड वार और एफआईआई-डीआईआई ट्रेंड पर नजर
बाजार की चाल पर वैश्विक ट्रेड वार के संकेतों का भी असर पड़ रहा है। जियोजित इन्वेस्टमेंट के डॉ. वीके विजयकुमार ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले दो हफ्तों में व्यापारिक साझेदारों को यूनिवर्सल टैरिफ को लेकर पत्र भेजने वाले हैं, जिससे बाजार में अनिश्चितता बनी रह सकती है।

इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 11 जून को 446.31 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जबकि घरेलू निवेशकों (DII) ने 1,584.87 करोड़ रुपये की खरीदारी कर बाजार में थोड़ी स्थिरता बनाए रखने की कोशिश की।

निष्कर्ष:
बाजार अभी निर्णायक दिशा की तलाश में है। महंगाई आंकड़े, वैश्विक संकेत और नीतिगत स्पष्टता अगले कुछ सत्रों में बाजार की चाल तय करेंगे। निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।

NIRMALA SITHARAMAN

एक दशक में डिजिटल क्रांति: डीबीटी में 90 गुना उछाल, रियल टाइम पेमेंट में भारत बना ग्लोबल लीडर – वित्त मंत्री सीतारमण

पीएम मोदी की दिल्ली भाजपा नेताओं संग मैराथन बैठक: विकास का रोडमैप, रिपोर्ट कार्ड और मिशन ‘क्लीन दिल्ली’ पर मंथन