मुंबई: अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा कानूनी झमेले में फंस गई हैं। मुंबई की एक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उन्हें कोर्ट में पेश होने का आखिरी मौका दिया है। कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर मलाइका इस बार भी हाजिर नहीं होतीं, तो उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि उनकी गिरफ्तारी के आदेश भी दिए जा सकते हैं। इससे पहले भी मलाइका को कोर्ट में पेश होने के लिए कई बार समन भेजा गया था, लेकिन उन्होंने इन आदेशों की अनदेखी की। अब, कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है कि अगली सुनवाई पर यदि वह पेश नहीं होतीं, तो कानून अपना काम करेगा।
यह मामला साल 2012 का है, जब मुंबई के एक पांच सितारा होटल में हुई एक मारपीट की घटना के बाद सैफ अली खान, अमृता अरोड़ा, उनके पति शकील लदाक और सैफ के दोस्त बिलाल अमरोही को आरोपी बनाया गया था। उस रात होटल में मौजूद दक्षिण अफ्रीकी व्यवसायी इकबाल मीर शर्मा से उनका विवाद हो गया था, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गया। आरोप है कि सैफ अली खान ने इकबाल शर्मा को मारा, जिससे उनकी नाक में चोट आई। इस मामले की शिकायत कोलाबा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। मलाइका अरोड़ा इस केस में अहम गवाह हैं और उन्हें कई बार कोर्ट में पेश होने के लिए बुलाया गया, लेकिन वह अब तक नहीं आईं।
कोर्ट ने पहले 8 मार्च और 8 अप्रैल को मलाइका के खिलाफ जमानती वारंट जारी किए थे, लेकिन वह दोनों बार भी हाजिर नहीं हुईं। अब कोर्ट ने उन्हें आखिरी मौका दिया है। अगर वह अगली सुनवाई पर भी कोर्ट में नहीं आतीं, तो उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर गिरफ्तारी का आदेश दिया जाएगा। यह मामला बहुत गंभीर है, क्योंकि मलाइका की गवाही इस केस के लिए महत्वपूर्ण है। अदालत ने अब सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें चेतावनी दी है कि अब कोई भी ढिलाई नहीं बरती जाएगी।