कोलकाता। पश्चिम मेदिनीपुर के प्रसिद्ध समुद्री पर्यटन स्थल दीघा में बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन वर्षों की लंबी प्रतीक्षा के बाद भव्य जगन्नाथ मंदिर का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्यवासियों से धार्मिक और सामाजिक एकता की अपील की, साथ ही विभिन्न धर्मों और समुदायों को एकजुट करने का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने भाषण में कहा कि राज्य सरकार की तरफ से हर घर तक जगन्नाथ देव की तस्वीर और प्रसाद पहुंचाया जाएगा। यह मंदिर केवल एक तीर्थस्थल नहीं है, बल्कि यह सद्भावना, एकता और शांति का प्रतीक बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि इस मंदिर में सभी धर्म, जाति और समुदायों के लोग एक साथ आए हैं, जो समाज में धार्मिक एकता की मजबूत मिसाल पेश करता है।
ममता बनर्जी ने इस मौके पर स्थानीय जनता, ब्राह्मण समाज, बेलूर मठ, आद्यापीठ, इस्कॉन, और अन्य धार्मिक संस्थाओं का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस मंदिर के निर्माण में योगदान दिया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मंदिर परिसर में 500 से अधिक पेड़ लगाए गए हैं, जिनसे न केवल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी, बल्कि यह सौंदर्य में भी वृद्धि करेगा। मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्राजी की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इस्कॉन द्वारा प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है, जिसमें गाजा, पैरा, और खाजा जैसी पारंपरिक मिठाइयां शामिल होंगी।
धार्मिक आयोजन के दौरान कलश यात्रा, महायज्ञ, और अन्य पूजन कर्मकांड विधिवत रूप से संपन्न हुए। इस भव्य समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ प्रसिद्ध अभिनेता प्रसनजीत चटर्जी, देव, जून मालिया, रचना बनर्जी, सायंतिका बनर्जी, लवली मैत्रा, श्रीकांत मोहता, नृत्यांगना डोना गांगुली और टेलीविजन एवं सिनेमा जगत की अन्य जानी-मानी हस्तियां भी मौजूद थीं।
इस उद्घाटन समारोह ने दीघा में न सिर्फ एक नई धार्मिक पहचान बनाई, बल्कि समाज में धार्मिक समन्वय और सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी किया है।