नई दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया, जिससे देश और दुनिया में शोक की लहर दौड़ गई। इस दुखद अवसर पर विभिन्न राष्ट्रों के प्रमुख नेताओं और दिग्गज हस्तियों ने इसे एक अपूरणीय क्षति बताया।
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने डॉ. मनमोहन सिंह की पत्नी, गुरशरण कौर को एक भावनात्मक संदेश भेजा। उन्होंने लिखा, “मनमोहन सिंह मेरे लिए बड़े भाई जैसे थे। तिब्बती समुदाय के प्रति उनके स्नेह और मित्रता को मैं हमेशा याद रखूंगा। हर बार जब हम मिले, मैंने उनकी गहरी सोच और उत्तम सलाह की सराहना की। वे दूसरों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते थे और भारत के आर्थिक विकास में उनके योगदान ने देशवासियों के जीवन को बेहतर बनाया। 92 वर्षों तक उन्होंने एक सार्थक और प्रेरणादायक जीवन जिया।”
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर रूस, चीन और अमेरिका सहित कई देशों के राजदूतों ने शोक व्यक्त किया और उन्हें एक असाधारण नेता बताया। उनकी मृत्यु पर वैश्विक स्तर पर शोक की भावना प्रकट करते हुए, सभी ने उनके योगदान और व्यक्तित्व को याद किया।