मध्य प्रदेश में आज से दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान का राष्ट्रीय शोधार्थी समागम, देशभर के शिक्षाविद होंगे शामिल

भोपाल। दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोधार्थी समागम शनिवार से मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद परिसर, भोपाल में शुरू हो रहा है। इस समागम का उद्देश्य भारत केंद्रित शोध को बढ़ावा देना है, जिसमें ज्ञान, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और मानविकी जैसे विविध विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। कार्यक्रम में देशभर से 280 से अधिक शिक्षाविद, अनुसंधानकर्ता और स्वतंत्र शोधकर्ता भाग लेंगे।

कार्यक्रम का उद्घाटन और मुख्य वक्ता

शोध संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश कुमार मिश्रा ने जानकारी दी कि प्रातः 10:30 बजे उद्घाटन सत्र आयोजित होगा। इस अवसर पर

  • प्रसिद्ध चिंतक एवं विचारक मुकुल कानिटकर (नागपुर) बीज वक्तव्य देंगे।
  • आचार्य मिथिलेश नंदिनीशरण (अयोध्या) अध्यक्षता करेंगे।
  • मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार होंगे।

समागम का उद्देश्य और प्रमुख विषय

इस शोध समागम में भारतीय ज्ञान परंपरा को शोध दृष्टि से प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जाएगा। भारतीय शोध परंपरा में अनुभव, अवलोकन, प्रयोग और विश्लेषण की व्यवस्थित प्रणाली रही है, जो वर्तमान अकादमिक शोध पद्धति से विस्मृत होती जा रही है। इस कार्यक्रम के माध्यम से मानव जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में भारत केंद्रित अनुसंधान को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा।

इस दौरान 14 से अधिक सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें 30 से अधिक शिक्षाविद और विद्वान अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। प्रमुख विषयों में शामिल हैं:

  • भारतीय ज्ञान परंपरा
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और शोध रणनीति
  • विकसित भारत-2047 के लक्ष्य
  • युवा शोधकर्ताओं को सशक्त बनाना
  • शोध गुणवत्ता और अनुसंधान का डिजिटलीकरण
  • ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और सतत आर्थिक विकास
  • बहुविषयी दृष्टिकोण का विकास
  • सार्वजनिक नीति पर शोध के प्रभाव

विशेषज्ञों की भागीदारी

विभिन्न सत्रों में प्रतिष्ठित शिक्षाविद और विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे, जिनमें शामिल हैं:

  • पद्मश्री डॉ. कपिल तिवारी (भोपाल)
  • प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी (दिल्ली)
  • प्रो. वी.के. मल्होत्रा (दिल्ली)
  • प्रो. बी.एन. लाभ (सांची)
  • प्रो. सी.सी. त्रिपाठी (भोपाल)
  • प्रो. मौली कौशल (अहमदाबाद)
  • प्रो. अनिल कोठारी (भोपाल)
  • विजय मनोहर तिवारी (भोपाल)
  • आशीष गुप्ता (जबलपुर)
  • डॉ. श्रीकृष्ण ‘जुगनू’ (उदयपुर)
  • प्रो. एस. सूर्य प्रकाश (भोपाल)
  • प्रो. नचिकेता तिवारी (कानपुर)
  • प्रो. आशीष पांडे (मुंबई)
  • डॉ. अमित कुमार दसोरा (नोएडा)
  • डॉ. रीता सोनी (दिल्ली)
  • डॉ. नवल गर्ग (दिल्ली)
  • डॉ. अजय सैनी (दिल्ली)
  • डॉ. उत्पल चक्रवर्ती (दिल्ली)
  • आद्या दीक्षित (शिमला)
  • स्वाति आनंद (छत्तीसगढ़)

समापन

तीन दिनों तक चलने वाले इस शोधार्थी समागम के माध्यम से भारतीय दृष्टिकोण से शोध को मजबूत करने, अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार लाने और भविष्य की नीतियों के निर्माण में योगदान देने का प्रयास किया जाएगा।

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