भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस और सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में एक और बड़ी कामयाबी मिली है। मंडला जिले के बिछिया थाना क्षेत्र के मुंडिदादर और गन्हेरिदादर के जंगलों में बुधवार सुबह मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने 28 लाख रुपये की इनामी दो महिला नक्सलियों को मार गिराया। मौके से सुरक्षाबलों ने एक एसएलआर रायफल, एक भरमार बंदूक, वायरलेस सेट और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की। इलाके में अन्य नक्सलियों की तलाश के लिए सर्च अभियान जारी है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने इस सफलता के लिए सुरक्षाबलों की सराहना की। एएसपी आदर्शकांत शुक्ला (नक्सल ऑपरेशन) ने बताया कि नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षाबलों को जंगल में भेजा गया था। सर्च ऑपरेशन के दौरान माओवादियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में दो हार्डकोर महिला नक्सली मारी गईं।
मृतक नक्सलियों की पहचान एसीएम ममता उर्फ रामबाई (निवासी- गढ़चिरोली, महाराष्ट्र) और एसीएम प्रमिला उर्फ मासे मंडावी (निवासी- सुकमा, छत्तीसगढ़) के रूप में हुई है। दोनों पर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र पुलिस की ओर से 14-14 लाख रुपये का इनाम घोषित था। इनके पास से एक एसएलआर रायफल, एक अन्य रायफल, भरी मैगजीन, एक वॉकी-टॉकी सेट और चाकू बरामद किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर सुरक्षाबलों की इस बहादुरी की सराहना की और कहा कि यह सफलता भारत को 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त करने के संकल्प को और मजबूती देगी। उन्होंने यह भी बताया कि मंडला में दो महिला नक्सलियों के एनकाउंटर के अलावा रतलाम में जयपुर सीरियल ब्लास्ट के मुख्य आरोपित फिरोज खान को भी गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में पहली बार डेढ़ माह के भीतर दो अलग-अलग मुठभेड़ों में छह नक्सली मारे गए हैं। इससे पहले 19 फरवरी को बालाघाट के गढ़ी थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में चार महिला नक्सली मारी गई थीं।