भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें मुस्लिम युवकों का एक गिरोह हिंदू लड़कियों को शिकार बना कर उन्हें ब्लैकमेल कर रहा था। यह मामला अजमेर के चर्चित सीडी कांड जैसा दिख रहा है, जिसमें कॉलेज की एक छात्रा को प्यार के जाल में फंसाया गया, फिर उसके अंतरंग वीडियो बनाए गए और उसे धमकाकर अन्य लड़कियों को भी इस जाल में फंसाया गया।
पुलिस जांच में यह सामने आया कि इन युवकों ने पीड़ित छात्रा से अश्लील वीडियो बनाने के बाद उसे यह धमकी दी कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी तो वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। इस डर के कारण पीड़िता मजबूर हो गई और धीरे-धीरे अपनी सहेलियों को भी इन युवकों से मिलवाने लगी, जिससे कई अन्य छात्राओं का यौन शोषण किया गया।
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए बताया कि एसआईटी गठित कर जांच शुरू कर दी गई है। अब तक की जांच में चार छात्राओं से दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का खुलासा हुआ है, और दो आरोपितों के मोबाइल से कई ऐसे वीडियो मिले हैं, जिनमें वे पीड़िताओं से दुष्कर्म करते हुए आपत्तिजनक बातें कर रहे हैं। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई की है, जिसमें पॉक्सो एक्ट, आईटी एक्ट, ब्लैकमेलिंग और यौन शोषण शामिल हैं। अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।
कमिश्नर ने यह भी कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सभी आरोपी मुस्लिम समुदाय से हैं और पीड़िताएं हिंदू समुदाय से हैं। यह घटना ‘लव जिहाद’ की एक गंभीर मिसाल बन रही है, क्योंकि आरोपी लड़कियों से ना सिर्फ उनका धर्म बदलवाने का दबाव बना रहे थे, बल्कि उन्हें इस्लाम अपनाने के लिए भी मजबूर कर रहे थे।
पीड़िताओं के बयानों के मुताबिक, आरोपियों ने उन्हें पहले हिंदू नाम से दोस्ती की, फिर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए और बाद में वीडियो बना कर वायरल करने की धमकी दी। पुलिस ने फरहान खान और साहिल खान को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अली खान की तलाश जारी है।
यह मामला 18 अप्रैल को दर्ज हुआ था, और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चार अधिकारियों की विशेष जांच टीम बनाई है। यह घटना राजस्थान के 1992 के अजमेर यौन शोषण कांड की याद दिलाती है, जहां भी गिरोह ने इस तरह से लड़कियों को ब्लैकमेल किया था।