भारत-त्रिनिदाद एवं टोबैगो रिश्तों में नया अध्याय, डिजिटल से लेकर संस्कृति तक गहराएंगे संबंध

पोर्ट ऑफ स्पेन। भारत और त्रिनिदाद एवं टोबैगो के संबंधों में अब एक नई ऊर्जा और विस्तार देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिनिदाद एवं टोबैगो की ऐतिहासिक दो दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों देशों ने साझा विकास, तकनीक, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता जताई।

इस दौरे के साथ ही त्रिनिदाद में भारतीय प्रवासियों की 180वीं वर्षगांठ का भी भव्य उत्सव हुआ। 26 वर्षों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली आधिकारिक यात्रा थी, जो दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सांस्कृतिक, लोकतांत्रिक और भावनात्मक रिश्तों की पुष्टि करती है।

डिजिटल युग में साझा कदम

प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल इंडिया की उपलब्धियों को साझा करते हुए त्रिनिदाद एवं टोबैगो को यूपीआई को अपनाने वाला पहला कैरेबियाई देश बनने पर बधाई दी। दोनों देश डिजिलॉकर, ई-साइन और गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस जैसी तकनीकों के साझे इस्तेमाल पर सहमत हुए। भारत त्रिनिदाद में संपत्ति रजिस्ट्रेशन प्रणाली के डिजिटलीकरण में भी मदद करेगा।

शिक्षा और स्वास्थ्य को मजबूती

भारत त्रिनिदाद को शिक्षा क्षेत्र में डिजिटल बदलाव के लिए 2000 लैपटॉप भेंट करेगा और वहां के छात्रों को भारत में उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके साथ ही 800 दिव्यांग नागरिकों के लिए कृत्रिम अंगों के फिटमेंट शिविर और 20 हेमोडायलिसिस यूनिट तथा दो समुद्री एम्बुलेंस भी भारत की ओर से दी जाएंगी।

कृषि और फार्मा में सहयोग

खाद्य सुरक्षा और कृषि के क्षेत्र में भारत की ओर से 10 लाख डॉलर की कृषि मशीनरी ‘नामदेवको’ को भेंट की गई। बाजरा उत्पादन, प्राकृतिक खेती और समुद्री शैवाल आधारित उर्वरक पर सहयोग के नए द्वार भी खुलेंगे। फार्मास्यूटिकल्स में सहयोग बढ़ेगा और भारतीय जेनेरिक दवाओं की वहां पहुंच आसान होगी।

संस्कृति और खेल में नई साझेदारी

भारत ने त्रिनिदाद के पंडितों को भारत में प्रशिक्षण देने और उन्हें गीता महोत्सव में भागीदार बनाने का ऐलान किया। इसके अलावा, भारत ने योग को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने में मदद का प्रस्ताव दिया। क्रिकेट को लेकर दोनों देशों का साझा जुनून भी इस यात्रा में उजागर हुआ — युवा महिला क्रिकेटरों को भारत में प्रशिक्षण मिलेगा।

आर्थिक, रणनीतिक और वैश्विक सहयोग

दोनों देशों ने निवेश, व्यापार और प्रशिक्षण के क्षेत्र में सीधी भागीदारी की बात कही। साथ ही, जलवायु परिवर्तन, जैव ईंधन, आपदा प्रबंधन और ‘मिशन लाइफ’ जैसे भारत के वैश्विक प्रयासों में त्रिनिदाद एवं टोबैगो की भागीदारी स्वागत योग्य रही। भारत ने वहां के विदेश मंत्रालय को सोलर रूफटॉप यूनिट का अनुदान भी दिया।

संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक मंचों पर समर्थन

दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र में सुधार की मांग को दोहराया और स्थायी सदस्यता के लिए भारत को त्रिनिदाद एवं टोबैगो का समर्थन मिला। साथ ही, भारत भी 2027-28 के लिए सुरक्षा परिषद में त्रिनिदाद की उम्मीदवारी का समर्थन करेगा।

इस यादगार दौरे के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद एवं टोबैगो सरकार और वहां की जनता को हार्दिक धन्यवाद दिया और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर को भारत आने का न्योता दिया। दोनों देशों के बीच यह नजदीकी अब केवल भौगोलिक नहीं, बल्कि रणनीतिक, सांस्कृतिक और मानवीय स्तर पर भी मजबूत होती जा रही है — एक नए युग की शुरुआत के साथ।

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