नई दिल्ली। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को बड़ा दावा करते हुए कहा कि भारत 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आर्थिक छलांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले 11 वर्षों के निर्णायक और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की देन है।
डिब्रूगढ़ में एनडीए सरकार की 11वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोनोवाल ने कहा, “भारत अब ‘नीतिगत पक्षाघात’ और ‘वंशवादी कुशासन’ के दौर से बाहर निकल चुका है। आज देश युवाओं के नवाचार, रिकॉर्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर और जनकल्याण आधारित विकास की राह पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।”
गरीबों को मुख्यधारा में लाया गया
उन्होंने बताया कि बीते एक दशक में 25 करोड़ से अधिक भारतीय गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं—जो कई यूरोपीय देशों की कुल आबादी से भी अधिक है। उन्होंने कहा, “आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, और यह तो बस शुरुआत है। 2029 तक हम तीसरे स्थान पर होंगे।”
स्टार्टअप और युवाओं की नई ऊर्जा
देश में तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम का ज़िक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि जहां 2014 में भारत में सिर्फ 30,000 स्टार्टअप थे, वहीं आज यह आंकड़ा 1 लाख को पार कर गया है।
“1.7 करोड़ से अधिक युवा आज स्टार्टअप इंडिया मूवमेंट का हिस्सा हैं। ये वही नया भारत है, जो सपने देखता है और उन्हें साकार करने में जुट जाता है,” उन्होंने कहा।
पूर्वोत्तर को बनाया विकास का इंजन
सोनोवाल ने पूर्वोत्तर भारत में मोदी सरकार द्वारा लाए गए बदलावों को भी रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने अब तक 70 से ज्यादा बार पूर्वोत्तर का दौरा किया है, जो किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा इस क्षेत्र में किए गए सबसे अधिक दौरे हैं।
उन्होंने कहा, “एक समय उपेक्षित समझे जाने वाले पूर्वोत्तर को आज विकास का इंजन बना दिया गया है।”
‘विकसित भारत’ की नींव रखी जा चुकी है
अपने संबोधन के अंत में सोनोवाल ने कहा कि भारत आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है, और इसके लिए एक मजबूत नींव पहले ही तैयार की जा चुकी है।
यह रिपोर्ट देश की आर्थिक और सामाजिक तस्वीर के उजले पहलुओं को सामने लाती है, जहां नेतृत्व, नीतियों और युवा शक्ति के समन्वय से भारत विश्व मंच पर नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर है।