नई दिल्ली। भारत और चिली ने व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (CEPA) करने पर सहमति जताई है। यह समझौता चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बुधवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान हुआ।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि दोनों नेताओं ने CEPA वार्ता के प्रारंभ का स्वागत किया, जिसके जरिए व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, महत्वपूर्ण खनिजों, स्वास्थ्य, कृषि, जलवायु परिवर्तन और जनसंपर्क के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। इस दौरान, दोनों नेताओं ने आपसी हितों से जुड़े वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।
दिल्ली के हैदराबाद हाउस में आयोजित वार्ता के बाद, दोनों नेताओं ने एक संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने चिली में 4 नवंबर को राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किए जाने को प्रेरणादायक बताया। दोनों देशों ने अंटार्कटिका में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति जताई। चिली के राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता और अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सुधार का समर्थन करता है। दोनों देश अंटार्कटिका में अन्वेषण के क्षेत्र में सहयोग करेंगे और ‘शूट इन चिली’ कार्यक्रम के माध्यम से चिली को फिल्म निर्माण के लिए बढ़ावा देंगे।
चिली के राष्ट्रपति बोरिक 1-5 अप्रैल तक भारत की राजकीय यात्रा पर हैं, जिसमें उनके साथ एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है। इस यात्रा के दौरान वे आगरा, मुंबई और बेंगलुरु का भी दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने अतिथि के सम्मान में दोपहर भोज का आयोजन भी किया। चिली भारत के लिए लैटिन अमेरिकी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण और व्यापारिक साझेदार है। 1947 में भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष दूत भेजने वाला चिली क्षेत्र का एकमात्र देश था।