नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के पश्चिमी नौसेना कमान के अग्रिम पंक्ति के युद्धपोत आईएनएस तरकश ने पश्चिमी हिंद महासागर में एक संदिग्ध नाव से 2500 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ जब्त किए हैं। यह अभियान भारतीय नौसेना द्वारा समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाए जा रहे अभियानों का हिस्सा है। जनवरी से आईएनएस तरकश को पश्चिमी हिंद महासागर में तैनात किया गया है, जहां वह बहरीन स्थित संयुक्त समुद्री बलों (सीएमएफ) के अभियानों का समर्थन कर रहा है।
आईएनएस तरकश बहुराष्ट्रीय टास्क फोर्स के ‘एन्ज़ैक टाइगर’ ऑपरेशन में भाग ले रहा है। 31 मार्च को नौसेना के समुद्री टोही विमान पी-8आई ने इस क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दी, जिसके आधार पर आईएनएस तरकश ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जहाजों को रोकने के लिए अपनी दिशा बदली। समुद्री संचालन केंद्र, मुंबई के समन्वय से एक संदिग्ध नाव को रोका गया।
भारतीय युद्धपोत ने संदिग्ध जहाज की गतिविधियों पर नजर रखते हुए अपने हेलीकॉप्टर को लॉन्च किया। इसके बाद मरीन कमांडो सहित एक विशेष बोर्डिंग टीम ने जहाज पर चढ़कर गहन तलाशी ली, जिसमें 2,500 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ जब्त किए गए। इनमें 2,386 किलोग्राम हशीश और 121 किलोग्राम हेरोइन शामिल थे।
नौसेना ने संदिग्ध नाव को अपने नियंत्रण में लेकर चालक दल से गहन पूछताछ की। इस जब्ती को समुद्र में मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने में भारतीय नौसेना की प्रभावशीलता और पेशेवर दक्षता का प्रमाण माना जा रहा है। भारतीय नौसेना की भागीदारी हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।