नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के 46वें स्थापना दिवस के अवसर पर रविवार को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पार्टी के पितृपुरुषों पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
अपने संबोधन में नड्डा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने अपनी विचारधारा पर हमेशा अडिग रहते हुए काम किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा ने कभी सत्ता के लिए सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और न ही वोट बैंक की राजनीति के लिए अपनी दिशा बदली। यही वैचारिक प्रतिबद्धता पार्टी की सबसे बड़ी ताकत है।
नड्डा ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने ‘एक देश, दो विधान’ का विरोध करते हुए नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था। पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा प्रतिपादित एकात्म मानववाद की विचारधारा को भाजपा ने आत्मसात किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विश्वास” के मूल मंत्र के साथ अंत्योदय के संकल्प को आगे बढ़ाया है।
वक्फ बोर्ड से जुड़े मुद्दे पर बोलते हुए नड्डा ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार की मंशा वक्फ बोर्ड को नियंत्रित करने की नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने की है कि इसके कार्य संचालन में पारदर्शिता और नियमों का पालन हो। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों और संसाधनों का उपयोग मुस्लिम समुदाय के शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।