काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान क्षेत्रीय सहयोग को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन के तीन मुख्य स्तंभ – समृद्धि, लचीलापन और पारदर्शिता – न सिर्फ सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप हैं, बल्कि नेपाल की “समृद्ध नेपाल, सुखी नेपाली” की राष्ट्रीय आकांक्षा से भी पूरी तरह मेल खाते हैं।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ओली ने कहा कि बिम्सटेक को समय के अनुरूप खुद को ढालते हुए सदस्य देशों के बीच सहयोग को और अधिक प्रभावी बनाने के प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कहा, “बंगाल की खाड़ी क्षेत्र को सहयोग और साझा संसाधनों के अधिकतम उपयोग के उद्देश्य से गठित किया गया है। हमें क्षेत्र के भीतर असमान आर्थिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जरूरतमंद सदस्य देशों को प्राथमिकता के आधार पर समर्थन देना चाहिए, ताकि सभी राष्ट्र साझा समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ सकें।”
ओली ने जलवायु परिवर्तन के खतरों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया और कहा कि यह संपूर्ण मानवता के अस्तित्व के लिए एक गंभीर चुनौती है। उन्होंने कहा कि नेपाल के उच्च हिमालयी क्षेत्र, जो बारहमासी जल स्रोतों और एशिया के ‘कूलिंग स्टेशन’ के रूप में काम करते हैं, उन्हें संरक्षित रखना नेपाल की विशेष जिम्मेदारी बनती है।