बिक्रमगंज। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की सफलता के बाद उत्साह से लबरेज माहौल में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार के बिक्रमगंज पहुंचे, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंच से उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और बीते दो दशकों की एनडीए सरकार की उपलब्धियों को जोरदार तरीके से जनता के सामने रखा। नीतीश ने कहा, “2005 से अब तक भाजपा-जदयू के नेतृत्व में बिहार ने जो प्रगति की है, वैसा विकास आज से पहले कभी नहीं देखा गया था।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 24 नवम्बर 2005 को राजग सरकार बनी, तब राज्य की स्थिति बेहद खराब थी। “उससे पहले की सरकारें सिर्फ दिखावे में लगी थीं, जमीनी स्तर पर कुछ नहीं किया गया था। हमने आते ही बिहार को पटरी पर लाने का काम शुरू किया – शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल, बिजली, पानी – हर क्षेत्र में आम जनता के लिए काम किया।”
नीतीश कुमार ने महिला सशक्तिकरण का जिक्र करते हुए कहा कि आज पंचायतों और नगरीय निकायों में 50% आरक्षण से महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। गांवों को पक्की सड़कों से जोड़ा गया, हर घर में बिजली, नल और शौचालय देने की योजनाएं अब अंतिम चरण में हैं और जून तक ये लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
उन्होंने ‘सात निश्चय-2’ योजना की रफ्तार का भी उल्लेख किया, जिसके तहत युवाओं को सरकारी नौकरियों से लेकर तकनीकी प्रशिक्षण तक कई लाभ मिल रहे हैं। “हमने पूरे राज्य में यात्रा कर योजनाओं का मुआयना किया है। 50 हजार करोड़ रुपये की लागत से 430 नई योजनाएं शुरू की गई हैं।” उन्होंने कहा कि इस बार प्रधानमंत्री मोदी के बजट में भी बिहार को बड़े तोहफे मिले हैं – एयरपोर्ट से लेकर एक्सप्रेसवे तक।
जनसभा में मंच से मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी का बिक्रमगंज आना पूरे बिहार के लिए सौभाग्य की बात है। इस दौरान जिन परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ, उनमें से कई परियोजनाएं राज्य की तस्वीर बदलने वाली हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने 48,500 करोड़ की इन परियोजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण –
- पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क
- गोपालगंज में चार लेन एलिवेटेड कॉरिडोर (249 करोड़ रुपये)
- सासाराम से अनुग्रह नारायण रोड तक ऑटोमेटिक सिग्नलिंग
- सोननगर-मुहम्मदगंज के बीच तीसरी रेल लाइन
- जहानाबाद में छात्रावास और स्टाफ क्वार्टर का निर्माण
- कजरट नवाडीह से सोननगर तक तीसरी रेल लाइन
- नवीनगर में 800 मेगावाट की तीन बिजली इकाइयों का निर्माण (फेज-2)
- एनएच-922 पर बक्सर-भरौली गंगा पुल
- रामनगर-कच्ची दरगाह एनएच 119 डी (लागत: 1083 करोड़ रुपये)
- पटना के हार्डिंग पार्क में रेलवे के 5 टर्मिनल प्लेटफॉर्म
- एनएच-119A पर पटना-आरा-सासाराम चार लेन
- एनएच-319B पर वाराणसी-रांची-कोलकाता छह लेन हाईवे
नीतीश कुमार ने कहा, “ये योजनाएं बिहार को विकास के अगले पायदान पर ले जाएंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह से बिहार के प्रति संवेदनशीलता और सहयोग दिखाया है, वह सराहनीय है। हम उनका दिल से आभार व्यक्त करते हैं।”
जनसभा में भारी भीड़, जोश और विकास के वादों के बीच यह साफ हो गया कि आने वाले समय में बिहार के लिए बड़ी तस्वीर तैयार हो रही है।