ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के आगामी राष्ट्रीय बजट (2025-26) में सामाजिक सुरक्षा को प्रमुखता दी गई है। वित्त सलाहकार डॉ. सालेहुद्दीन अहमद ने इस बजट के प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की है। नए बजट में 6.24 लाख नए लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों में शामिल किया गया है, और विभिन्न भत्तों में 50 टका से लेकर 100 टका तक की बढ़ोतरी की जाएगी।
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने जानकारी दी कि हाल ही में हुई एक बैठक में वित्त सलाहकार अहमद ने इन प्रस्तावों पर अंतिम मुहर लगाई। इस बजट में सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए कुल 19,707 करोड़ टका आवंटित किए गए हैं, जो पिछले वित्त वर्ष (2024-25) के मुकाबले 1,750 करोड़ टका अधिक है।
वित्त विभाग के अनुमान के अनुसार, 2025-26 में 99,000 नए लाभार्थियों को जोड़कर कुल 6.1 मिलियन बुजुर्गों को वृद्धावस्था भत्ता मिलेगा। इस भत्ते में 50 टका की वृद्धि की गई है, जिससे यह 600 टका से बढ़कर 650 टका हो जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए 4,791.31 करोड़ टका आवंटित किए गए हैं।
इसके अलावा, विधवा भत्ता योजना में 1.25 लाख नई महिलाओं को शामिल किया जाएगा। बजट प्रस्तावों में 8 लाख गैरकैडर सरकारी कर्मचारियों की पेंशन के लिए 27,413.78 करोड़ टका का आवंटन किया गया है। स्वतंत्रता सेनानियों के लिए भत्ते के रूप में 5,176.71 करोड़ टका दिए जाएंगे। विकलांगता भत्ते में भी 50 टका की बढ़ोतरी करते हुए इसे 900 टका किया जाएगा, और लाभार्थियों की संख्या 3.23 मिलियन से बढ़ाकर 3.45 मिलियन की जाएगी।
बांग्लादेश में मातृ एवं शिशु लाभ कार्यक्रम के तहत गरीब माताओं को वजीफा मिलता है। आगामी वित्त वर्ष में इस कार्यक्रम में 1,15,920 नई लाभार्थियों को जोड़ा जाएगा, साथ ही मासिक भत्ते को 50 टका बढ़ाकर 850 टका किया जाएगा।
हालांकि, “सेंटर फॉर पॉलिसी डायलॉग” के अध्ययन के मुताबिक, देश में 3.3 मिलियन बुजुर्ग और 2.5 मिलियन विधवाएं पात्र होने के बावजूद कोई भत्ता नहीं प्राप्त करतीं। यह अध्ययन यह भी बताता है कि गलत आवंटन के कारण हर साल करीब 1,500 करोड़ टका की बर्बादी होती है, जिससे 1.5 मिलियन अतिरिक्त बुजुर्गों और विधवाओं को लाभ पहुंचाया जा सकता है। बांग्लादेश सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, देश की 169.8 मिलियन आबादी में लगभग 18.7 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते हैं, और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के बीच काफी असमानता देखने को मिलती है।