ढाका। बांग्लादेश में सियासी ज़मीन हिल गई है! पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी ‘अवामी लीग’ पर अंतरिम सरकार ने आतंकवाद विरोधी कानून के तहत पूर्ण प्रतिबंध लगाने का बड़ा फैसला किया है। इसके साथ ही सरकार ने जनविद्रोह और युद्ध अपराधों में पार्टी की भूमिका की जांच और कानूनी कार्रवाई शुरू करने की घोषणा भी कर दी है।
शनिवार देर रात हुई आपात बैठक के बाद यह ऐलान हुआ, जिसकी अध्यक्षता मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने की। सरकार के कानूनी सलाहकार असीफ नज़रुल ने मीडिया को बताया कि इन फैसलों की आधिकारिक अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी।
अवामी लीग की सभी गतिविधियाँ — चाहे वो ऑफ़लाइन हो या डिजिटल मंचों पर — फिलहाल पूरी तरह बंद रहेंगी। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा, आईसीटी गवाहों की सुरक्षा, और छात्र आंदोलन से जुड़े दस्तावेजों की जांच को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
सरकार ने साथ ही ऐलान किया है कि “जुलाई घोषणा पत्र” का अंतिम संस्करण आगामी 30 कार्यदिवसों में सार्वजनिक किया जाएगा, जिसमें अवामी लीग की कथित भूमिका और आरोपों का विवरण होगा।
इस कदम को लेकर राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा है, खासकर ऐसे वक्त में जब देश में आगामी आम चुनावों की तैयारियाँ जोरों पर हैं और विपक्ष निष्पक्ष चुनाव की ज़ोरदार माँग कर रहा है।
हालांकि, शेख हसीना या उनकी पार्टी की ओर से अब तक इस फैसले पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।